
रंगों की पहचान कर लेता है यह होनहार तोता, अपनी प्रतिभा से बनाया अनोखा विश्व रिकॉर्ड
क्या है खबर?
तोते सबसे होनहार पक्षी माने जाते हैं, जो इंसानों की तरह बोलना सीख लेते हैं। अगर उन्हें सही प्रशिक्षण दिया जाए तो वे अन्य कारनामे करने में भी सक्षम हो जाते हैं। इस बात को चीन के एक व्यक्ति के पालतू तोते ने सच साबित करके दिखाया है। इस चतुर तोते का नाम 'जियाओगुई' है, जो रंगों की पहचान कर लेता है। इसी हुनर के जरिए उसने विश्व रिकॉर्ड कायम करके गिनीज बुक में अपना नाम शुमार कर लिया है।
रिकॉर्ड
सबसे कम समय में की 10 रंगों की पहचान
इस तोते के मालिक का नाम किन फेंग है, जिन्होनें जियाओगुई को इतना होनहार बनाया है। इस बुद्धिमान पक्षी ने 'तोते द्वारा सबसे जल्दी 10 रंगों की पहचान' करने का विश्व रिकॉर्ड कायम किया है। उसने यह कारनामा महज 33.50 सेकंड में कर दिखाया, जो वाकई कबीले तारीफ है। यह रिकॉर्ड प्रयास नवंबर 2024 में चीन के हेनान में किया गया था। हालांकि, इसकी आधिकारिक घोषणा 14 अगस्त 2025 को की गई है।
प्रयास
कैसे बनाया गया था यह अनोखा रिकॉर्ड?
रिकॉर्ड प्रयास के दौरान जियाओगुई के सामने 10 छोटे प्लास्टिक के डिब्बे रखे गए थे। सभी डिब्बे 10 अलग-अलग रंगों वाले थे। इसके साथ-साथ तोते के आगे 10 रंगों वाली स्ट्रॉ से बनी गेंदें भी रखी गई थीं। सभी रंगों वाले डिब्बों और गेंदों को मिश्रित करके रखा गया था, यानि की वे व्यवस्थित नहीं थीं। जियाओगुई को जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी एक-एक करके सभी गेंदें सही रंग के डिब्बों में डालनी थीं।
प्रतिभा
रंगों के शेड में भी अंतर कर लेता है जियाओगुई
जियाओगुई ने अपनी नन्हीं-सी चोंच से एक-एक करके गेंदों को उठाया और उन्हें सही डिब्बे में ले जाकर डाल दिया। देखते ही देखते सभी गेंदें उनके रंग वाले डिब्बों में रखी थीं। आपको जानकर हैरानी होगी कि तोता गुलाबी के 2 शेड के बीच अंतर करने में भी सक्षम था। उसने पहले हल्के गुलाबी रंग वाली गेंद को गहरे गुलाबी डिब्बे में डाल दिया था। हालांकि, उसे गलती का अहसास हुआ और उसने गेंद को निकालकर सही डिब्बे में डाला।
प्रशिक्षण
2020 में जियाओगुई को घर लाए थे फेंग
फेंग ने इस प्यारे-से तोते को 2020 में गोद लिया था, जब वह एक शिशु था। उस वक्त फेंग उसे चम्मच से बच्चों की तरह खाना खिलाया करते थे, जिस कारण उनका रिश्ता और भी गहरा हो गया। कुछ समय बाद उन्होंने देखा कि उसके पालतू जानवर को रंग-बिरंगी गेंदों में खास रुचि है। तभी से उन्होंने उसे रंगों को पहचानने और उन्हें छांटने का प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया। कुछ ही समय में जियाओगुई रंगों को पहचानना सीख गया।