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ब्रिटेन: स्कूल में अपनी पहचान भेड़िया बताना चाहता है बच्चा, ये है वजह 
स्कूल में बच्चे ने खुद को बताया भेड़िया (तस्वीर: फ्रिपिक)

ब्रिटेन: स्कूल में अपनी पहचान भेड़िया बताना चाहता है बच्चा, ये है वजह 

लेखन अंजली
Sep 19, 2024
06:12 pm

क्या है खबर?

आमतौर पर स्कूल में विद्यार्थियों को खुद का परिचय देने को कहा जाता है, ताकि अन्य बच्चे उसे पहचान सके, लेकिन क्या हो अगर बच्चा अपनी पहचान एक जंगली जानवर बताए? हाल ही में ब्रिटेन से एक ऐसा आश्चर्यजनक मामला सामने आया है। यहां एक बच्चे को स्कूल की तरफ से खुद को भेड़िया बताने की अनुमति दी गई। आइए जानते हैं कि बच्चे के ऐसा करने के पीछे क्या कारण है।

बीमारी

स्पीशीज डिस्फोरिया स्थिति से पीड़ित है बच्चा

बच्चे और स्कूल का नाम तो सामने नहीं आया है, लेकिन बच्चा एक माध्यमिक विद्यालय का छात्र है और उसे 'स्पीशीज डिस्फोरिया' से पीड़ित माना जा रहा है। स्पीशीज डिस्फोरिया एक ऐसी स्थिति है, जिसमें कोई व्यक्ति दावा करता है कि उसके शरीर पर किसी दूसरी प्रजाति ने कब्जा कर लिया है। हैरानी की बात ये है कि स्कूल के शिक्षकों ने भी बच्चे के दावे का समर्थन किया है।

बयान

कई स्कूलों के बच्चे अपना रहे जानवरों का व्यक्तित्व

इस तरह की घटना पहली बार सामने नहीं आई है। ब्रिटेन के कई स्कूल के बच्चे लोमड़ी, ड्रेगन, पक्षी, सांप, शार्क और यहां तक कि डायनासोर जैसे जीवों के व्यक्तित्व को अपना रहे हैं। द डेली मेल से इस बीमारी के बारे में बात करते हुए क्लिनिकल न्यूरोसाइकोलॉजिस्ट डॉक्टर टॉमी मैकके ने कहा, "विज्ञान में स्पीशीज डिस्फोरिया जैसी कोई स्थिति नहीं है। यह हैरानी की बात है कि कई लोग खुद को किसी और रूप में पहचानना चाहते हैं।"

बयान

शिक्षकों को इस स्थिति से बच्चों को निकालना चाहिए- डॉक्टर मैकके

डॉक्टर मैकके ने कहा, "स्कूल के शिक्षक कैसे एक बच्चे को खुद को एक भेड़िया बताना स्वीकार कर सकते हैं। इसकी बजाय उन्हें बच्चे को इससे बाहर निकालने और खुद को संभालने के लिए कहना चाहिए।" इस मुद्दे पर बात करते हुए कंजर्वेटिव सांसद मेघन गैलाचर ने कहा कि शिक्षकों को ऐसी स्थिति का सामना करना आना चाहिए और अपना दृष्टिकोण सामान्य रखना चाहिए, ताकि स्थिति को संभाला जा सके।

अन्य मामला

अफ्रीका में डेढ़ साल के बच्चे के नाम अनूठा रिकॉर्ड

जहां एक तरफ माध्यमिक विद्यालय के छात्र जानवर के व्यक्तित्व को अपना रहे हैं, वहीं बहुत कम उम्र के बच्चे अपनी अनोखी प्रतिभा से दुनियाभर में प्रसिद्ध हो रहे हैं। इसी साल अफ्रीका के देश घाना में एक 1.5 साल के ऐस-लियाम नाना सैम अंकरा नाम के बच्चे ने अपनी पेंटिंग की प्रतिभा के जरिए दुनिया के सबसे कम उम्र के कलाकार होने का विश्व रिकॉर्ड बनाया है। उनकी मां का नाम शैंटेल है, जो खुद भी एक कलाकार हैं।