डेढ़ साल के बच्चे ने बनाया 'दुनिया के सबसे कम उम्र के कलाकार' होने का रिकॉर्ड
1 साल की आयु में बच्चे अपनी मां की गोद में ही ज्यादातर समय बिताते हैं। हालांकि, अफ्रीका के देश घाना में एक नन्हें से बच्चे ने कुछ ऐसा कर दिखाया, जिसकी कल्पना तक कर पाना मुश्किल है। दरअसल, यहां के एक 1.5 साल के बच्चे ने अपनी पेंटिंग की प्रतिभा के जरिए दुनिया के सबसे कम उम्र के कलाकार होने का विश्व रिकॉर्ड बनाया है। आइए इस नन्ही-सी जान की उपलब्धि के विषय में विस्तार से जानते हैं।
6 महीने की उम्र से ही कर रहे हैं पेंटिंग
1 साल 152 दिन की उम्र में नन्हे से ऐस-लियाम नाना सैम अंकरा गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज करवा के दुनिया के सबसे कम उम्र के पुरुष कलाकार बन गए हैं। उनकी मां का नाम शैंटेल है, जो पेशे से एक चित्रकार यानि कलाकार हैं। उन्होंने अपने बेटे की चित्रकारी की कला को तब पहचान लिया था, जब ऐस-लियाम महज 6 महीने के थे। शैंटेल का कहना है कि ऐस-लियाम को इस गतिविधि से बेहद खुशी महसूस होती है।
ऐस-लियाम के पहले चित्र का नाम है 'द क्रॉल'
शैंटेल ने बताया, "घुटनों के बल चलना सिखाते वक्त, मैंने फर्श पर कैनवास का एक टुकड़ा फैलाया और अपनी कमीशन पेंटिंग पर काम करने लगी। मैंने ऐसा अपने बच्चे को व्यस्त रखने के लिए किया था।" उन्होंने आगे कहा, "ऐस-लियाम ने कुछ ही देर में कैनवास पर पेंट फैलाना शुरू कर दिया और तभी मेरे नन्हें कलाकार ने 'द क्रॉल' नामक अपनी पहली कलाकृति बनाई।" उसके बाद से ही शैंटेल ने उनकी उनकी को प्रोत्साहन देना शुरू कर दिया था।
ऐस-लियाम अब तक बना चुके हैं 20 से अधिक पेंटिंग
ऐस-लियाम ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया के साथ-साथ घाना की प्रथम महिला का ध्यान भी अपनी ओर आकर्षित किया है। शैंटेल ने बताया, "मेरे बेटे ने अपनी कला के जरिए अपना नाम बनाया है और पेंटिंग की सराहना को बढ़ावा दिया है।" उन्होंने अब तक करीब 20 से अधिक पेंटिंग बनाई हैं और घाना स्थित विज्ञान और प्रौद्योगिकी संग्रहालय में 'साउंडआउट प्रीमियम प्रदर्शनी' में भाग लेकर अपनी कला का प्रदर्शन भी किया है।
ऐस-लियाम को पसंद है अपने हाथों पर पेंट का एहसास
ऐस-लियाम ने प्रदर्शनी के दौरान 10 कलाकृतियों को दर्शाया था, जिनमें से 9 को लोगों द्वारा खरीद लिया गया। इस नन्हें कलाकार को अपने हाथों पर पेंट का एहसास और पेंटिंग से खुद को अभिव्यक्त करना पसंद है। शैंटेल में बताया, "यह ऐस-लियाम के लिए एक मजेदार और रचनात्मक गतिविधि है और वह बिना किसी की मदद के चित्रकारी करने की स्वतंत्रता का आनंद लेता है।" ऐस-लियाम की इस प्रतिभा के जरिए अन्य बच्चों को भी प्रोत्साहन मिल रहा है।
ऐस-लियाम अपनी पेंटिंग के जरिए दर्शाते हैं अपनी जिज्ञासा
जब से ऐस-लियाम ने बात करना शुरू किया, तब से ही वह पेंटिंग करने के लिए कहता था। अब यह उनकी पसंदीदा गतिविधि बन गई है। शैंटेल के अनुसार, ऐस-लियाम की कला कोई विशेष संदेश देने के बजाय अभिव्यक्ति पर केंद्रित होती है। शैंटेल ने कहा, "मेरे बेटे की सभी पेंटिंग उनके आसपास के रंग, आकार, बनावट और मूड से प्रेरित हैं। हर एक पेंटिंग नई चीजों की खोज में उनकी जिज्ञासा और खुशी को दर्शाती है।"