सऊदी अरब में लगभग 90 लाख रुपये में बिका बाज का चूजा, जानें क्या है खास
एक चूजे की क्या कीमत हो सकती है? 5,000 रुपये, 10,000 रुपये, ज्यादा से ज्यादा 1 लाख रुपये। कोई भी चूजा इससे ज्यादा को तो बिकेगा नहीं। हालांकि, सऊदी अरब में एक चूजा लगभग 90 लाख रुपये में बिका है। यह पेरेग्रीन प्रजाति के बाज का चूजा है, जिन्हें बेहद खास माना जाता है। इसे एक नीलामी में बेचा गया। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
शुरुआती कीमत से 4 गुना कीमत में बिका चूजा
सऊदी प्रेस एजेंसी ने बुधवार को प्रकाशित अपनी रिपोर्ट में बताया कि पेरेग्रीन बाज के इस चूजे का नाम 'अल्ट्रा व्हाइट' है। सऊदी अरब की राजधानी रियाद में हुई अंतरराष्ट्रीय फाल्कन (बाज) ब्रीडर्स नीलामी 2024 में यह चूजा 106,601 डॉलर (89.47 लाख रुपये) में बिका। नीलामी में इसकी शुरुआती कीमत 26,650 डॉलर (22.37 लाख रुपये) रखी गई थी, लेकिन ग्राहकों की दिलचस्पी के कारण यह चूजा अपनी शुरुआती कीमत से लगभग 4 गुना अधिक कीमत में बिका।
19 लाख रुपये में बिका एक अन्य चूजा
एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, इसी नीलामी में मंगलवार रात को अल्ट्रा व्हाइट के मालिक ने पेरेग्रीन प्रजाति के एक और चूजे को 22,991 डॉलर (19.29 लाख रुपये) में बेचा। इसकी शुरुआती कीमत 10,660 डॉलर (8.95 लाख रुपये) रखी गई थी, लेकिन यह अपनी शुरुआती कीमत से लगभग दोगुनी कीमत में बिका। इन दोनों चूजों का मालिक अमेरिका का बाज प्रजनक (ब्रीडर) फार्म पैसिफिक नॉर्थवेस्ट फाल्कन्स था।
रियाद में हर साल होती है यह नीलामी
रियाद में बाजों से संंबधित यह नीलामी हर साल आयोजित की जाती है। इसमें बाजों की चैंपियनशिप जीत चुकी नस्लों को बाजपालकों, उत्पादकों और उत्साही लोगों के लिए प्रदर्शित किया जाता है। इस साल इस नीलामी में 19 देशों के 19 बाज पालक फार्मों ने हिस्सा लिया है। अमेरिकी राजदूत माइकल रैटनी भी इस नीलामी में शामिल हुए और उन्हें विभिन्न प्रकार के बाजों के उत्पादन के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले तरीकों के बारे में बताया गया।
पेरेग्रीन बाज में क्या खास?
पेरेग्रीन एक विश्व प्रसिद्ध बाज प्रजाति है, जो शिकार करने की क्षमता और गति के लिए जानी जाती है। इस प्रजाति के बाज शिकार के लिए गोता लगाते समय 320 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार तक पहुंच सकते हैं, जो इसे धरती का सबसे तेज जानवर बनाते हैं। यह प्रजाति ध्रुवीय इलाकों को छोड़कर दुनिया के लगभग सभी हिस्सों में पाई जाती है। इसका कैद में प्रजनन और प्रशिक्षण आसान है, जो इसे पालन के लिए उपयुक्त बनाता है।