
यहाँ जगह-जगह बने हैं कुत्ते और बिल्लियों के लिए ब्लड बैंक, करते हैं रक्तदान
क्या है खबर?
अक्सर आपने आस-पास के अस्पताल में ब्लड बैंक देखा होगा। जब किसी को ख़ून की ज़रूरत होती है, तो वो उन्ही ब्लड बैंक से ख़ून लेता है
इसके अलावा वहाँ पर कोई भी व्यक्ति रक्तदान भी कर सकता है, लेकिन क्या आपने कभी जानवरों के ब्लड बैंक के बारे में सुना है? शायद नहीं सुना होगा।
दरअसल कई देश ऐसे हैं, जहाँ 'पेट्स ब्लड बैंक' बनाए गए हैं। उन ब्लड बैंक में कुत्ते और बिल्लियाँ रक्तदान करते हैं। आइए जानें।
मक़सद
कुत्ते और बिल्लियों के भी होते हैं अलग-अलग तरह के ब्लड ग्रुप
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इन ब्लड बैंकों में सबसे ज़्यादा कुत्ते और बिल्लियों के ख़ून मिलते हैं, क्योंकि ज़्यादातर लोग इन्ही जानवरों को पालते हैं।
जब भी किसी व्यक्ति का कुत्ता या बिल्ली बीमार होती है और उसे ख़ून की ज़रूरत होती है, तो वो लोग इन्ही ब्लड बैंक में आते हैं।
आपको यह जानकर और भी हैरानी होगी कि इंसानों की तरह ही कुत्ते और बिल्लियों में भी अलग-अलग तरह के ब्लड ग्रुप होते हैं।
रक्तदान
लोग पालतू जानवरों से करवाते हैं रक्तदान
कुत्तों में 12 तरह के ब्लड ग्रुप होते हैं, जबकि बिल्लियों में केवल तीन तरह के ब्लड ग्रुप होते हैं।
उत्तरी अमेरिका में स्थित 'पशु चिकित्सा ब्लड बैंक' के प्रभारी केसी मिल्स के अनुसार, "कैलिफ़ोर्निया के डिक्सन और गार्डन ग्रोव शहरों के अलावा मिशिगन के स्टॉकब्रिज, वर्जीनिया, ब्रिस्टो और मैरीलैंड के अन्नापोलिस शहर सहित उत्तरी अमेरिका के कई शहरों में पशु ब्लड बैंक हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि यहाँ समय-समय पर लोग अपने पालतू जानवरों को लाकर रक्तदान करवाते हैं।
जानकारी
पशुओं की रक्तदान प्रक्रिया में लगते हैं आधे घंटे
डॉक्टर मिल्स ने यह भी बताया कि पशुओं के रक्तदान की प्रक्रिया में लगभग आधे घंटे का समय लगता है। इन सबमें सबसे ख़ास बात यह है कि उन्हें इस दौरान एनेस्थेसिया देने की भी ज़रूरत नहीं पड़ती है।
जागरूकता
इंसानों के साथ-साथ जानवर भी समझते हैं रक्तदान का महत्व
हालाँकि, जिन शहरों में पशु ब्लड बैंक नहीं हैं, वहाँ के लोगों को जागरूक करने के लिए रक्त और प्लाज़्मा दान के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन और अमेरिका में लोग पशुओं के रक्तदान के प्रति जागरूक हैं, जबकि अन्य जगहों पर पशुओं के रक्तदान के प्रति अभी जागरूकता फैलाने की ज़रूरत है।
इसी से पता चलता है कि इन देशों के लोग ही नहीं बल्कि जानवर भी रक्तदान के महत्व को समझते हैं।
महत्व
रक्तदान से बचाई जा सकती है कई लोगों की जान
अगर हम भारत की बात करें, तो यहाँ के लोग रक्तदान के बारे में जानते तो हैं, लेकिन बहुत कम लोग हैं जो रक्तदान करते हैं। ज़्यादातर लोग रक्तदान नहीं करना चाहते हैं।
हमारे देश में कई ऐसे लोग भी हैं, जिन्होंने अपने पूरे जीवनकाल में एक बार भी रक्तदान नहीं किया है।
ऐसे में यह ज़रूरी है कि वो लोग रक्तदान के महत्व को समझें, क्योंकि इससे किसी एक नहीं बल्कि कई व्यक्तियों की जान बचाई जा सकती है।