पेट दर्द होने पर अस्पताल पहुँचे दो युवक तो डॉक्टर ने कहा- प्रेग्नेंसी टेस्ट करा लो
यह किसी को बताने की ज़रूरत नहीं है कि पुरुष का बच्चे पैदा करना लगभग असंभव है। हालाँकि, भविष्य में भले ही तकनीकी की मदद से यह संभव हो जाए, लेकिन वर्तमान में यह प्रकृति के नियमों के ख़िलाफ़ है। इस बीच हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने सबको हैरानी में डाल दिया है। दरअसल, झारखंड में दो युवकों को पेट में दर्द हुआ, तो सरकारी डॉक्टर ने बिना सोचे-समझे उन्हें प्रेग्नेंसी टेस्ट लिख दिया।
डॉक्टर ने जाँच के बाद युवकों को लिखा प्रेग्नेंसी टेस्ट
जानकारी के अनुसार, चतरा जिले के चोरबोरा गाँव के दो युवकों गोपाल गंझू और कामेश्वर जानू को पेट में दर्द हुआ। इसके बाद वो इलाज के लिया वो सिमरिया स्थित रेफ़रल अस्पताल में पहुँचे। वहाँ उनका चेकअप करने के बाद सरकारी डॉक्टर मुकेश कुमार ने एंटी नेटल चेकअप (ANC) टेस्ट कराने के लिए लिख दिया। बता दें कि डॉ मुकेश ने युवकों को न केवल प्रेग्नेंसी टेस्ट बल्कि HIV और हीमोग्लोबिन टेस्ट कराने के लिए भी कहा था।
पैथोलॉजी जाने के बाद पता चली सच्चाई
बता दें कि यह टेस्ट गर्भवती महिलाओं के लिए होता है। युवकों को इसकी जानकारी नहीं थी, इसलिए वो बिना सवाल-जवाब के पैथोलॉजी पहुँच गए। वहाँ जाने के बाद उन्हें अहसास हुआ कि डॉक्टर ने उन्हें गलत टेस्ट लिख दिया है। यह मामला बीते 01 अक्टूबर का है, लेकिन सोशल मीडिया पर पर्चा सामने आने के बाद अब चर्चा में आया है। मामला सामने आने के बाद से लोग टेस्ट लिखने वाले डॉक्टर का जमकर मजाक उड़ा रहे हैं।
मामले की जाँच शुरू
वहीं, इस मामले में सिविल सर्जन डॉक्टर पासवान ने बताया कि इस शिकायत के आधार पर जाँच बैठा दी गई है। दूसरी तरफ़ डॉ मुकेश ने इस मामले में उन्हें बदनाम करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा युवकों को ANC टेस्ट लिखने की बात गलत है। रजिस्टर में ANC टेस्ट नहीं लिखा गया है। इन पर्चों पर ओवरराइटिंग की गई है। हालाँकि, सच्चाई क्या है, इसका ख़ुलासा तो जाँच के बाद ही होगा।
पहले भी सामने आ चूका है ऐसा ही अजीब मामला
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब किसी डॉक्टर ने लापरवाही दिखाई हो। इससे पहले ऐसा ही एक मामला झारखण्ड में देखने को मिला था। वहाँ जब एक महिला पेट दर्द की शिकायत लेकर डॉक्टर के पास पहुँची, तो डॉक्टर ने उसकी दवाई की पर्ची पर कंडोम लिख दिया था। जब महिला दवाई लेने के लिए मेडिकल स्टोर पहुँची, तब डॉक्टर की करतूत का पता चला था।