फेशियल के लिए आया नया तरीका, चेहरे पर लगाई जाती हैं करंट की तारें
क्या है खबर?
आमतौर पर जब आप फेशियल करवाने के लिए पार्लर जाते होंगे तो आपके चेहरे पर तरह-तरह की क्रीम या फिर जेल लगाए जाते होगें, लेकिन अब मार्केट में चेहरे पर करंट की तारें लगाने वाला फेशियल आ गया है।
इस नए फेशियल का नाम 'हैनिबल लेक्टर फेशियल' है, जिसके लिए चेहरे पर करंट की तारें लगाई जाती हैं और इस फेशियल के एक सेशन की कीमत 180 डॉलर (लगभग 15,000) है।
आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
फेशियल
हैनिबल लेक्टर फेशियल क्या है?
इस फेशियल को गैल्वेनिक के नाम से भी जाना जाता है। इसमें चेहरे की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए बिजली के हल्के करंट का इस्तेमाल किया जाता है।
इसका उद्देश्य त्वचा की टोन में सुधार करना और उम्र बढ़ने के संकेतों को कम करना है।
जैसे ही लोगों को हैनिबल लेक्टर फेशियल के बारे में पता चल रहा, वैसे ही इसकी सुरक्षा और प्रभावशीलता को लेकर विवाद बढ़ रहा है।
विवाद
इस फेशियल को लेकर विवाद क्यों हो रहा?
इस फेशियल को लेकर बहुत कम शोध हुए हैं। ऐसे में प्रश्न उठ रहा है कि यह कैसे त्वचा के लिए सुरक्षित है? जबकि इसके समर्थक इसकी खूबियां गिनवा रहे हैं।
USA टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, स्पा विशेषज्ञ मैरिएन केहो ने कहा कि इससे किसी तरह का नुकसान नहीं है।
हालांकि, न्यूयॉर्क की त्वचा विशेषज्ञ डॉ एंथनी रॉसी का कहना है कि इसके कारण चेहरे पर गर्मी बढ़ सकती है, जिससे कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं।
विशेषज्ञ
ये लोग न करवाएं ये फेशियल
यह फेशियल अमेरिका में सबसे ज्यादा चलन में है, लेकिन त्वचा विशेषज्ञों का कहना है कि संवेदनशील त्वचा वाले लोग, गर्भवती महिलाएं या कॉस्मेटिक सर्जरी वाले लोग इस फेशियल को करवाने से बचें।
इसके अतिरिक्त अमेरिकी डॉ डेल कैम्पो ने रेटिनोइड्स, एक्सफोलिएंट्स और SPF जैसे तत्वों से युक्त त्वचा की देखभाल वाले उत्पादों का इस्तेमाल करने की सलाह दी है।
डॉ डेल का कहना है कि इन उत्पादों से भी चेहरे का निखार बढ़ सकता है।
बयान
गहन वैज्ञानिक जांच के बाद ही लोग इस फेशियल को करवाएं- डॉ डेल
गैल्वेनिक फेशियल की प्रभावशीलता और सुरक्षा को मान्य करने के लिए एक चिकित्सक टीम अधिक गहन शोध की प्रतीक्षा कर रही है।
डॉ डेल कैम्पो ने इस फेशियल को करवाने के लिए उत्साही लोगों से निर्णायक सबूत सामने आने तक रुकने का आग्रह किया है।
ऐसे में अब केवल समय और गहन वैज्ञानिक जांच से ही इस फेशियल के वास्तविक प्रभाव का पता चल सकता है।