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गुजरात: महिला ने चक्रवात के नाम पर रखा अपनी एक महीने की बच्ची का नाम 'बिपरजॉय'
बच्ची का नाम चक्रवात 'बिपरजॉय' पर रखा

गुजरात: महिला ने चक्रवात के नाम पर रखा अपनी एक महीने की बच्ची का नाम 'बिपरजॉय'

लेखन अंजली
Jun 15, 2023
06:03 pm

क्या है खबर?

प्राकृतिक आपदाओं के नाम पर अपने बच्चों का नामकरण करने की प्रथा को जारी रखते हुए गुजरात की एक महिला ने अपनी एक महीने की बेटी का नाम राज्य में दस्तक दे रहे चक्रवात 'बिपरजॉय' के नाम पर रखा है। बच्ची का परिवार इस समय कच्छ जिले के जखाऊ में आश्रय गृह में रह रहा है। वो उन हजारों लोगों में शामिल हैं, जिन्हें चक्रवात के प्रभाव वाले इलाकों से बाहर निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

मामला

नवजात बच्चे का नाम 'बिपरजॉय' 

बिपरजॉय नाम का शाब्दिक अर्थ आपदा है। यह नाम बांग्लादेश द्वारा दिया गया था और 2020 में विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) देशों ने उत्तर हिंद महासागर में उत्पन्न होने वाले उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के लिए इस नाम को अपनाया। ठीक एक महीने पहले पैदा हुई बच्ची का नाम अब चक्रवातों के नाम वाले बच्चों की सूची में शामिल होगा। बता दें कि वहां के बच्चों को चक्रवातों के बाद तितली, फानी और गुलाब कहा जाता है।

नामकरण

क्यों दिए जाते हैं चक्रवातों को नाम?

WMO ने प्रत्येक उष्णकटिबंधीय चक्रवात बेसिन में चक्रवातों के नामकरण के लिए दिशा-निर्देश निर्धारित किए हैं। इसकी आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, उष्णकटिबंधीय चक्रवात एक सप्ताह या उससे अधिक समय तक रह सकते हैं, जिसका मतलब है कि कई चक्रवात एक साथ आ सकते हैं। WMO की वेबसाइट बताती है कि मौसम के पूर्वानुमानकर्ता भ्रम से बचने के लिए प्रत्येक उष्णकटिबंधीय चक्रवात को एक नाम दिए जाते हैं। चक्रवातों को नाम देने से उनकी पहचान और ट्रैकिंग में सहायता मिलती।

उद्देश्य

साल 2000 से शुरू हुआ था चक्रवातों का नामकरण  

उत्तरी हिंद महासागर में राष्ट्रों ने साल 2000 में उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के नामकरण के लिए एक नई प्रणाली का उपयोग करना शुरू किया। चक्रवात के नाम देश के अनुसार सूचीबद्ध हैं और तटस्थ जेंडर के अनुसार हैं। उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के नामकरण की प्रथा वर्षों पहले चेतावनी संदेशों में तूफानों की पहचान में मदद करने के लिए शुरू हुई थी क्योंकि ऐसा माना जाता है कि संख्या और तकनीकी शब्दों की तुलना में नामों को याद रखना कहीं अधिक आसान है।

अन्य मामले

पहले भी विचित्र घटनाओं पर रखे जा चुके हैं नवजात के नाम

जहां तक विचित्र घटनाओं से प्रेरित नामों की बात है, भारतीयों ने खुद को प्राकृतिक आपदाओं तक सीमित नहीं रखा है। कोविड महामारी के दौरान उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक नवजात का नाम लॉकडाउन रखा गया। इसके अलावा आंध्र प्रदेश के कडप्पा जिले में 2 बच्चों का नाम भी वायरस पर रखा गया था। कुछ मामलों में परिवारों ने तर्क दिया कि उन्होंने नवजात शिशुओं का नाम वायरस के नाम पर रखा क्योंकि इसने दुनिया को एकजुट किया था।