व्यस्त शेड्यूल के कारण द हंड्रेड से हट सकते हैं कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी- रिपोर्ट
क्या है खबर?
इंग्लैंड एंड वेल्श क्रिकेट बोर्ड (ECB) पिछले साल से ही 100 गेंदों का टूर्नामेंट द हंड्रेड होस्ट करने की कोशिश कर रहा है। इस साल जुलाई में बोर्ड इस टूर्नामेंट का पहला सीजन होस्ट करने वाला है।
जुलाई में कई अंतरराष्ट्रीय टीमों के मैच शेड्यूल हैं और इसी कारण कई टॉप अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी इस टूर्नामेंट से अपना नाम वापस ले सकते हैं।
आइए जानते हैं क्या है पूरी खबर।
व्यस्त शेड्यूल
वेस्टइंडीज, पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों का हिस्सा लेना मुश्किल
वेस्टइंडीज, ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान की टीमें जुलाई में क्रिकेट खेलती दिखेंगी और इसी कारण इन देशों के खिलाड़ियों का द हंड्रेड में हिस्सा ले पाना मुश्किल लग रहा है।
पिछले हफ्ते ही वेस्टइंडीज ने अपना होम शेड्यूल घोषित किया था और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी सीरीज तब समाप्त होगी जब द हंड्रेड की शुरुआत हो चुकी होगी। ऐसे में दोनों देशों के खिलाड़ियों के पास टूर्नामेंट के लिए पहुंचना मुश्किल होगा।
कार्यक्रम
लगातार व्यस्त रहने वाले हैं इन तीनों देशों के खिलाड़ी
वेस्टइंडीज के कई टी-20 दिग्गज अपने होम शेड्यूल के कारण व्यस्त होंगे और इसके बाद क्वारंटाइन के नियम उनका द हंड्रेड में पहुंच पाना मुश्किल बनाएंगे। पाकिस्तान को वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलनी है जिससे शाहीन शाह अफरीदी का भी इंग्लैंड जाना संभव नहीं लग रहा है।
यदि ऑस्ट्रेलियाई टीम बांग्लादेश के दौरे पर जाती है तो फिर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी भी द हंड्रेड के लिए उपलब्ध नहीं होंगे।
2020
कोरोना के कारण पिछले साल नहीं हो सका था टूर्नामेंट
पिछले साल जुलाई से अगस्त के बीच टूर्नामेंट खेला जाना था, लेकिन कोरोना महामारी ने क्रिकेट पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी। कोरोना के कारण ECB ने एक साल के लिए टूर्नामेंट को स्थगित कर दिया था।
टूर्नामेंट स्थगित होने से पहले ही डेविड वॉर्नर ने अपना नाम वापस ले लिया था और टूर्नामेंट से हटने वाले पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर बने थे। वह उस सीजन सबसे अधिक दाम में बिकने वाले खिलाड़ी रहे थे।
नियम
यह हैं द हंड्रेड के नियम
इस टूर्नामेंट में दोनों पारियां 100 गेंदों की होंगी और हर 10 गेंद के बाद बल्लेबाजों का छोर चेंज होगा। गेंदबाज लगातार पांच या 10 गेंद फेंक सकते हैं और एक मैच में वे कुल 20 गेंदें फेंक सकते हैं।
शुरुआत में दोनों टीमों को 25 गेंदों का पावरप्ले मिलेगा। सभी टीमों को ढाई मिनट का स्ट्रेटजिक टाइमआउट दिया जाएगा। पावरप्ले के दौरान केवल दो खिलाड़ी 30 यार्ड के बाहर रहेंगे।