इंग्लैंड के खिलाफ इकलौते टेस्ट में स्नेह राणा द्वारा बनाए गए शानदार रिकॉर्ड्स पर एक नजर
इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए एकमात्र टेस्ट में स्नेह राणा ने भारतीय टीम को हार से मुंह से निकाला और मैच ड्रॉ कराया। फॉलो-ऑन खेलते हुए भारत का स्कोर 199/7 हो गया था, लेकिन राणा ने नाबाद 80 रन बनाते हुए मैच ड्रॉ कराया। राणा ने तानिया भाटिया (44*) के साथ नौवें विकेट के लिए शतकीय साझेदारी की और मैच बचाया। आइए जानते हैं इस मैच में राणा ने क्या-क्या रिकॉर्ड्स बनाए।
डेब्यू टेस्ट में राणा ने खेली शानदार पारी
पहली पारी में इंग्लैंड ने 396/9 का स्कोर बनाया था जिसके जवाब में भारतीय टीम 231 के स्कोर पर सिमट गई थी। फॉलो-ऑन खेलते हुए भारत का स्कोर 189/6 हो गया था और वे मैच हारने की स्थिति में थीं। अपना डेब्यू टेस्ट खेल रही राणा ने 154 गेंदों में 13 चौकों की मदद से नाबाद 80 रनों की पारी खेली। उन्होंने भाटिया के साथ नौवें विकेट के लिए 104 रनों की अविजित साझेदारी की थी।
डेब्यू टेस्ट में पारी में चार विकेट और अर्धशतक
पहली पारी में राणा भारत की सबसे सफल गेंदबाज रही थीं और उन्होंने सबसे अधिक चार विकेट चटकाए थे। अमर सिंह और वाशिंग्टन सुंदर के बाद वह डेब्यू टेस्ट में अर्धशतक लगाने और पारी में चार विकेट लेने वाली केवल तीसरी भारतीय हैं। इस उपलब्धि को हासिल करने वाली राणा पहली भारतीय महिला और महिला क्रिकेट की केवल चौथी खिलाड़ी बनी हैं। इस मैच में वह एक पारी में सबसे अधिक 39.2 ओवर फेंकने वाली गेंदबाज थीं।
राणा द्वारा बनाए गए अन्य रिकॉर्ड्स
महिला टेस्ट डेब्यू में आठवें या उससे नीचे के नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए राणा तीसरी सर्वोच्च स्कोर बनाने वाली बल्लेबाज बन गई हैं। चमानी सेनेविरत्ना ने 1998 में आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 105 रनों की पारी खेली थी। पहली पारी में शफाली वर्मा द्वारा बनाए गए 96 रनों के बाद राणा की पारी डेब्यू टेस्ट में भारतीय महिला टीम के लिए खेली गई दूसरी सर्वोच्च पारी है।
महिला टेस्ट में नौवें विकेट के लिए दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी
राणा और भाटिया द्वारा नौवें विकेट के लिए की नाबाद 104 रनों की साझेदारी ने भारत के लिए मैच बचाया। 240/8 का स्कोर होने पर भाटिया मैदान में आई थीं। महिला टेस्ट में यह नौवें विकेट के लिए की गई दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी हो गई है। 1972 में न्यूजीलैंड के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका ने 49 के स्कोर पर आठ विकेट गंवा दिए थे और फिर बेवेर्ली बोथा और मउरीन पेन ने 107 रनों की साझेदारी कर डाली थी।