IPL 20201: RCB के ऑलराउंडर डेनिएल सैम्स मिले कोरोना संक्रमित
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का 14वां सीजन शुरु होने में अब केवल दो दिनों का समय बचा है, लेकिन टूर्नामेंट पर संकट के बादल लगातार मंडरा रहे हैं। टूर्नामेंट से जुड़े लोगों के कोरोना संक्रमित मिलने का मामला रुक नहीं रहा है। ताजा मामले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के ऑलराउंडर डेनिएल सैम्स कोरोना संक्रमित मिले हैं। सैम्स के अंदर फिलहाल कोई लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं और वह आइसोलेशन में हैं।
दूसरी टेस्टिंग में पॉजिटिव मिले हैं सैम्स- RCB
RCB ने अपना बयान जारी करते हुए इस खबर की पुष्टि की है और बताया है कि सैम्स 03 अप्रैल को कोरोना निगेटिव रिपोर्ट के साथ टीम होटल में पहुंचे थे। आगे बताया गया, "07 अप्रैल को दूसरी टेस्टिंग में उन्हें पॉजिटिव पाया गया है। उनके अंदर कोई लक्षण नहीं दिख रहे हैं और वह अच्छी मेडिकल फैकल्टी में आइसोलेशन में हैं। RCB की मेडिकल टीम सैम्स के संपर्क में है।"
RCB द्वारा जारी किया गया बयान
बीते मंगलवार को इसी प्रकार संक्रमित मिले थे MI के किरन मोरे
बीते मंगलवार को मुंबई इंडियंस के स्काउट और विकेटकीपिंग सलाहकार किरन मोरे को भी इसी प्रकार लक्षण के बिना कोरोना संक्रमित पाया गया था। मोरे पिछले कुछ दिनों में MI के खिलाड़ियों के संपर्क में आए थे और इसी कारण सभी खिलाड़ी ट्रेनिंग छोड़कर क्वारंटाइन हो गए हैं। खिलाड़ियों की दोबारा जांच की है और सभी उसके परिणाम आने का इंतजार कर रहे हैं। मोरे फिलहाल आइसोलेशन में हैं।
IPL से पहले लगातार सामने आ रहे हैं कोरोना संक्रमण के मामले
RCB के लिए पिछले सीजन सबसे अधिक रन बनाने वाले देवदत्त पड़िकल कोरोना संक्रमित होने के बाद अपने बेंगलुरु स्थित घर में क्वारंटाइन हैं और अब तक टीम के साथ नहीं जुड़ सके हैं। बीते 03 अप्रैल को दिल्ली कैपिटल्स के ऑलराउंडर अक्षर पटेल कोरोना संक्रमित मिले थे और उन्हें आइसोलेट कर दिया गया था। उसी दिन वानखेड़े स्टेडियम के आठ ग्राउंड्समैन भी कोरोना संक्रमित पाए गए थे।
काफी तेजी से बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले
कोरोना वायरस की दूसरी लहर भारत में काफी तेजी के साथ फैल रही है। बीते 24 घंटे में भारत में कोरोना के एक लाख 15 हजार मामले सामने आए हैं जो महामारी की शुरुआत से एक दिन में आए सबसे अधिक मामले हैं। महाराष्ट्र में नाइट कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन लगा दिया गया है। दिल्ली में भी नाइट कर्फ्यू लग चुका है। लगातार बढ़ रहे मामले चिंता का विषय हैं।