विराट कोहली की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर गांगुली ने दी प्रतिक्रिया, कहा- BCCI इससे निपट लेगी
बीते बुधवार को भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जाने से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इस दौरान कोहली ने वनडे कप्तानी से हटाए जाने और रोहित शर्मा के साथ मतभेदों पर खुलकर बात की और कई गंभीर खुलासे भी किए। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली इस कॉन्फ्रेंस के बाद सवालों के घेरे पर हैं, लेकिन उन्होंने कहा है कि BCCI इस परिस्थिति से निपट लेगी।
BCCI पर छोड़ दीजिए, हम निपट लेंगे- गांगुली
गांगुली ने कुछ दिन पहले कहा था कि कोहली से टी-20 की कप्तानी नहीं छोड़ने का निवेदन किया गया था, लेकिन कोहली ने कहा कि उन्हें फोन करके बता दिया गया था कि अब वह वनडे के कप्तान नहीं हैं। गुरुवार को पत्रकारों ने गांगुली से इस पर प्रतिक्रिया लेनी चाही जिसके जवाब में उन्होंने कहा, "मेरे पास कहने के लिए कुछ नहीं है। हम इससे निपट लेंगे, इसे BCCI पर छोड़ दीजिए।"
फिलहाल बुरी तरह फंसी है BCCI
फिलहाल BCCI सामने आकर बोलने और चुप रहने दोनों ही परिस्थितियों में बुरी फंसने वाली है। यदि वे सामने आकर कोहली की बातों का सबूत के साथ खंडन भी करते हैं तो इससे कोहली की फैंस और शेयरधारकों के बीच छवि खराब होगी। दूसरी ओर यदि बोर्ड शांत रहता है और अपने पक्ष में कोई सफाई नहीं देता है तो संदेश जाएगा कि उन्होंने कप्तान को सही तरीके से ट्रीट नहीं किया है।
न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)
कोहली ने 95 वनडे में भारत की कप्तानी की, जिसमें 65 में टीम को जीत मिली जबकि 27 में टीम को हार (टाई-1, परिणाम नहीं-2) मिली है। बतौर कप्तान उन्होंने 72.65 की औसत से 5,449 रन बनाए हैं।
कोहली ने किया था रोहित के साथ मतभेदों से इंकार
इस बीच तमाम रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा था कि कोहली दक्षिण अफ्रीका दौरे पर वनडे सीरीज में हिस्सा नहीं लेंगे, लेकिन कोहली ने इससे साफ इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वह वनडे में चयन के लिए हमेशा तैयार हैं। कोहली ने सूत्रों के हवाले से खबर लिखने वालों को आड़े हाथों लिया था और कहा था कि उनके और रोहित के बीच किसी तरह के मतभेद नहीं हैं।
कप्तानी छिनने की वजह पर क्या बोले कोहली?
कोहली ने स्वीकार किया कि उनकी कप्तानी में भारत कोई ICC ट्रॉफी नहीं जीत सका था और इसी कारण से BCCI ने उनसे वनडे की कप्तानी लेने का निर्णय किया। उन्होंने BCCI के इस निर्णय पर कहा, "बोर्ड ने जो फैसला लिया वो विचार विमर्श करके लिया होगा। जब तक मैं खेल खेल रहा हूं, तब तक मेरा कोई भी कार्य भारतीय क्रिकेट को नीचा दिखाना नहीं होगा।"