चेन्नई टेस्ट: इंग्लैंड की पहली पारी 578 पर हुई समाप्त, बुमराह ने लिए तीन विकेट

भारत के खिलाफ चेन्नई में चल रहे पहले टेस्ट की पहली पारी में इंग्लैंड ने 578 रन बनाए हैं। मैच के तीसरे दिन के पहले सेशन में इंग्लैंड की पहली पारी समाप्त हुई और टीम ने मजबूत स्कोर खड़ा किया। कप्तान जो रूट (218) ने इंग्लैंड के लिए सबसे अधिक रन बनाए। भारत के लिए जसप्रीत बुमराह और रविचंद्रन अश्विन ने सबसे अधिक तीन विकेट हासिल किए। आइए जानते हैं कैसा रही इंग्लैंड की पहली पारी।
मैच के पहले दिन से ही इंग्लैंड ने अपनी पकड़ मजबूत बना रखी है। पहले दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने 263/3 का स्कोर बनाया था। पहले दिन जो रूट 128 रन बनाकर नाबाद थे तो वहीं डॉमिनिक सिब्ली 87 रन बनाकर दिन के आखिरी ओवर में आउट हुए थे। रूट और सिबली ने पहले दिन तीसरे विकेट के लिए 200 रनों की साझेदारी की थी।
भारतीय गेंदबाजों ने पहली पारी में 20 नो-बॉल फेंकी। 2009/10 में श्रीलंका के खिलाफ अहमदाबाद में खेले टेस्ट में फेंके 20 नो-बॉल की बराबरी के साथ यह घर में भारतीय गेंदबाजों द्वारा फेंके गए सबसे अधिक नो-बॉल हैं।
दूसरे दिन के दूसरे सेशन में इंग्लिश कप्तान जो रूट ने टेस्ट क्रिकेट में अपना पांचवां दोहरा शतक पूरा किया था। ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने 82 रनों की तेज पारी खेली और कप्तान रूट के साथ चौथे विकेट के लिए 124 रनों की साझेदारी की थी। इसके बाद रूट ने ओली पोप (34) के साथ पांचवें विकेट के लिए भी 86 रनों की साझेदारी की। इशांत शर्मा ने लगातार दो विकेट लेकर भारत की वापसी कराने की कोशिश की थी।
भारत ने 190.1 ओवर्स की गेंदबाजी की। आखिरी बार भारत ने इससे अधिक ओवर की गेंदबाजी अपने घर में 2009 में श्रीलंका के खिलाफ की थी। उस समय दूसरी पारी में भारत ने 202.4 ओवर की गेंदबाजी की थी।
100वें टेस्ट में दोहरा शतक लगाने वाले रूट दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए हैं। इससे पहले 100वें टेस्ट में सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी खेलने का रिकॉर्ड पूर्व पाकिस्तानी कप्तान इंजमाम उल हक के नाम था। इंजमाम ने 2004-05 में भारत के खिलाफ बेंगलुरु में खेले अपने 100वें टेस्ट में 184 रनों की पारी खेली थी। इन दोनों खिलाड़ियों के अलावा कोई अन्य बल्लेबाज अपने 100वें टेस्ट में 150 रन नहीं बना सका है।
लगातार तीन टेस्ट मैचों में 150 या उससे अधिक रनों की पारी खेलने वाले रूट केवल दूसरे कप्तान हैं। उनसे पहले 1937 में सर डॉन ब्रेडमैन ने यह कारनामा किया था। भारत में टेस्ट दोहरा शतक लगाने वाले रूट केवल दूसरे विदेशी कप्तान हैं। उनसे पहले 1975 में क्लाइव लॉयड ने भारत आकर दोहरा शतक लगाया था। रूट वर्तमान समय खिलाड़ियों में कोहली (5) के बाद दूसरे सबसे अधिक दोहरे शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं