ब्रिसबेन टेस्ट: दोनों टीमें शेड्यूल के हिसाब से खेलने को तैयार हैं- क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया
बीते रविवार से तमाम रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि क्वींसलैंड में कड़े कोरोना प्रतिबंधों के कारण भारतीय टीम अंतिम टेस्ट के लिए ब्रिसबेन नहीं जाना चाहती है। हालांकि, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) चीफ निक हॉक्ली ने इन रिपोर्ट्स को सिरे से खारिज कर दिया है। हॉक्ली का कहना है भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) उन्हें पूरा समर्थन दे रही है और दोनों टीमें शेड्यूल के हिसाब से खेलने के लिए तैयार हैं।
शेड्यूल के हिसाब से खेलने के लिए तैयार हैं दोनों टीमें- हॉक्ली
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक हॉक्ली ने सोमवार को पत्रकारों से बताया कि वह अपने समकक्ष BCCI से रोजाना बात करते हैं और बोर्ड पूरी तरह से उनका सहयोग कर रहा है। उन्होंने आगे कहा, "हमारी BCCI से लगभग रोजाना बात होती है। हमें इस बारे में BCCI की तरफ से कुछ भी संकेत नहीं दिया गया है। हमने जो शेड्यूल तैयार किया है दोनों टीमें उसी के हिसाब से खेलने के लिए तैयार हैं।"
BCCI ऑफिशियल ने भी किया था कंफर्म, ब्रिसबेन जाएगा भारत
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक बीते रविवार को BCCI के टॉप ऑफिशियल ने कंफर्म किया था कि टीम चौथे टेस्ट के लिए ब्रिसबेन जाएगी। ऑफिशियल ने कहा, "हम ब्रिसबेन जाएंगे। हमें नियम मानने होंगे। हम खिलाड़ियों को थोड़ी अधिक छूट देने की गुजारिश करेंगे, लेकिन यह काम लोकल अथॉरिटी का होगा।" फिलहाल BCCI बातचीत कर रही है कि उन्हें क्वारंटाइन में किस तरह की ढील चाहिए। हालांकि, वे सभी नियमों को फॉलो करने के लिए तैयार हैं।
बीते रविवार को आई थी भारत के ब्रिसबेन जाने से इंकार करने की रिपोर्ट
बीते रविवार को क्रिकबज ने रिपोर्ट छापी थी कि भारतीय टीम ब्रिसबेन नहीं जाना चाहती है। उन्होंने सूत्र के हवाले से लिखा था, "हम लगभग एक महीने तक कड़े क्वारंटाइन में रह चुके हैं। अब हम दौरा समाप्त होने से पहले एक बार फिर से क्वारंटाइन नहीं होना चाहते हैं।" रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया था कि भारत अंतिम दो टेस्ट एक ही मैदान पर खेलना चाहता है।
निगेटिव मिले सभी खिलाड़ी, सिडनी रवाना हुआ भारतीय दल
BCCI ने बयान में कहा, "03 जनवरी को सभी खिलाड़ियों और सहयोगी दल के कोरोना टेस्ट किए गए थे, जिनके सभी रिजल्ट निगेटिव आए हैं।" यह खबर भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए सुकून भरी है, क्योंकि हाल ही में रोहित शर्मा समेत पांच भारतीय खिलाड़ियों को बायो सिक्योर बबल तोड़ने के संदेह में आइसोलेट किया गया था। इसके बाद यह विवाद बढ़ता चला गया जिसमें BCCI द्वारा अपने खिलाड़ियों का पूरा समर्थन देखने को मिला था।