BCCI ने अजीत अगरकर को चुना भारतीय क्रिकेट टीम का नया मुख्य चयनकर्ता
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी अजीत अगरकर को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने नया मुख्य चयनकर्ता चुना है।
मंगलवार को सुलक्षणा नाइक,अशोक मल्होत्रा और जतिन परांजपे की क्रिकेट सलाहकार समिति (CAC) के सामने अगरकर ने वर्चुअल साक्षात्कार दिया। उसके बाद उनकी नियुक्ति की घोषणा की गई।
अगरकर जल्द ही कार्यभार संभालेंगे और वेस्टइंडीज दौरे पर टी-20 टीम के चयन के लिए होने वाली चयन समिति की बैठक की अध्यक्षता भी करेंगे।
आइए पूरी खबर पर नजर डालते हैं।
करियर
कैसा रहा है अगरकर का अंतरराष्ट्रीय करियर?
अगरकर ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 26 टेस्ट, 191 वनडे और 4 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं।
उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 58 विकेट झटके हैं। वनडे क्रिकेट में उन्होंने 288 विकेट लिए हैं और टी-20 क्रिकेट में उनके नाम 3 विकेट हैं।
अगरकर ने टेस्ट क्रिकेट में 1 शतक भी लगाया है। उन्होंने इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर 109 रन की पारी खेली थी।
जगह
चेतन शर्मा की जगह लेंगे अगरकर
अगरकर भारत के पूर्व तेज गेंदबाज चेतन शर्मा की जगह लेंगे। चेतन को एक स्टिंग ऑपरेशन के बाद उनके पद से हटाया गया था।
उस स्टिंग में वह फिटनेस के लिए भारतीय खिलाड़ियों के इंजेक्शन लेने का दावा करते हुए सुने गए थे।
नई चयन समिति में शिवसुंदर दास, सलिल अंकोला, सुब्रतो बनर्जी और श्रीधरन शरत भी शामिल हैं। ये सभी चेतन के साथ भी थे और पहले से ही चयन समिति से जुड़े हुए हैं।
दिल्ली
दिल्ली कैपिटल्स के सहायक कोच नहीं होंगे अगरकर
अब अगरकर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में दिल्ली कैपिटल्स के सहायक कोच नहीं होंगे। DC ने पहले ही इसकी घोषणा कर दी थी।
बता दें कि अगरकर इस साल DC की टीम का हिस्सा थे, लेकिन टीम का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था।
साल 2007 में भारतीय टीम ने टी-20 विश्व कप जीता था। अगरकर उस टीम का हिस्सा थे। हालांकि, उन्हें साल 2011 के वनडे विश्व कप में मौका नहीं मिला था।
सैलरी
क्या BCCI करेगा सलाना वेतन में बढ़ोतरी?
अगरकर को BCCI ने चयन समिति का प्रमुख तो बना दिया है, लेकिन अब उनको उनका सालाना वेतन भी बढ़ाना होगा।
अगरकर का वेतन बढ़ाकर 1 करोड़ से ज्यादा किया जा सकता है, जबकि बाकी सदस्यों का वेतन भी 90 लाख से अधिक हो सकता है।
DC के सहायक कोच और कमेंटेटर रहे अगरकर मुख्य चयनकर्ता के सालाना पैकेज से अधिक कमाते थे और यही कारण है कि BCCI को मौजूदा वेतनमान की समीक्षा करनी पड़ सकती है।