राष्ट्रमंडल खेल 2022: भारत ने 22 स्वर्ण समेत जीते कुल 61 पदक, ऐसा रहा प्रदर्शन
बीते सोमवार को बर्मिंघम में खेले गए राष्ट्रमंडल खेल 2022 का सफलपूर्वक समापन हुआ। इन खेलों में भारत ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए कुल 61 पदक जीते, जिसमें 22 स्वर्ण, 16 रजत और 23 कांस्य शामिल थे। भारत पदक तालिका में ऑस्ट्रेलिया (178), इंग्लैंड (176) और कनाडा (92) के बाद चौथा सबसे ज्यादा पदक जीतने वाला देश रहा। बर्मिंघम खेलों में भारत के प्रदर्शन और पदकों पर एक नजर डालते हैं।
भारत ने कुश्ती में जीते 12 पदक
भारत ने कुश्ती में कुल 12 पदक जीते, जो 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में किसी भी एक खेल में सबसे अधिक है। बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, दीपक पुनिया, रवि कुमार दहिया, विनेश फोगट और नवीन मलिक ने स्वर्ण पदक हासिल किए। वहीं अंशु मलिक एकमात्र रजत पदक विजेता रेसलर रही। इस बीच दिव्या काकरान, मोहित ग्रेवाल, पूजा गहलोत, पूजा सिहाग और दीपक नेहरा को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
भारोत्तोलन में भारत ने किया कमाल
भारत ने अकेले भारोत्तोलन में 10 पदक जीते, जिसमें तीन स्वर्ण, तीन रजत और चार कांस्य शामिल हैं। सैखोम मीराबाई चानू, जेरेमी लालरिनुंगा और अचिंता शुली ने स्वर्ण पदक पर कब्जा किया। वहीं संकेत सरगर, बिंद्यारानी देवी और विकास ठाकुर ने रजत पदक अपने नाम किए। इस बीच गुरुराजा पुजारी, हरजिंदर कौर, लवप्रीत सिंह और गुरदीप सिंह ने कांस्य पदक के साथ अपने अभियान का अंत किया।
हॉकी में मिला रजत और कांस्य
भारतीय हॉकी दल ने 2022 के खेलों में एक ही संस्करण में पुरुष और महिला हॉकी दोनों स्पर्धाओं में पदक जीतकर इतिहास रचा। पुरुष टीम ने रजत और महिला टीम ने कांस्य पदक जीता।
भारतीय खिलाड़ियों ने हासिल की ये उपलब्धि
भारतीय महिला लॉन बॉल फोर्स टीम ने स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। शटलर पीवी सिंधु ने महिला एकल वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। यह राष्ट्रमंडल खेलों में उनका पहला स्वर्ण (एकल में) था। पहलवान विनेश फोगट ने राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदकों की हैट्रिक पूरी की। टेबल टेनिस में दिग्गज अचंता शरथ कमल ने चार स्पर्धाओं में हिस्सा लिया और सभी में पदक हासिल किए, जिसमें पुरुष एकल का स्वर्ण भी शामिल है।
एथलेटिक्स में भारत ने रचा इतिहास
एल्डोस पॉल और अब्दुल्ला अबूबकर ने पुरुषों के ट्रिपल जंप में इतिहास रचते हुए क्रमश: स्वर्ण और रजत पदक जीत लिए हैं। इन खेलों के इतिहास में यह पहला ऐसा मौका है, जब दो भारतीय एथलीट्स ने एक स्पर्धा में दो पदक अपने नाम किए हैं। 27 वर्षीय अविनाश साबले ने रजत पदक जीतकर 3000 मीटर स्टीपलचेज में केन्या के 24 साल के वर्चस्व को समाप्त कर दिया।
इस संस्करण में भारत ने जीते 22 स्वर्ण
राष्ट्रमंडल खेलों के एकल संस्करण में स्वर्ण पदक जीतने के मामले में भारत ने संयुक्त रूप से अपना चौथा सबसे बेहतर प्रदर्शन किया। भारत ने 2006 में मेलबर्न में हुए खेलों में भी इतने ही स्वर्ण पदक जीते थे। बता दें राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का सबसे सफल अभियान 2010 में नई दिल्ली में हुए खेलों में आया था, जहां भारत ने 38 स्वर्ण पदक जीते थे। इस सूची में अन्य 2002 मैनचेस्टर (30) और 2018 गोल्ड कोस्ट (26) थे।
राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का प्रदर्शन
भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों के इतिहास में 564 पदक जीत लिए हैं। इस बीच कुश्ती (114) और भारोत्तोलन (133) भारत की ताकत रही है। वहीं भारत ने निशानेबाजी में 70, मुक्केबाजी में 44 और एथलेटिक्स में 46 पदक जीते हैं। भारत ने बैडमिंटन में अपनी पदक संख्या बढ़ाकर 31 कर ली है, उसके बाद टेबल टेनिस (28) का स्थान है। साथ ही भारत के पास महिला क्रिकेट (रजत) और तैराकी (कांस्य) में एक-एक पदक हैं।
2018 राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का प्रदर्शन
भारतीय एथलीटों ने 2018 में गोल्ड कोस्ट खेलों में कुल 66 पदक जीते थे, जिसमें सिर्फ निशानेबाजी के 16 पदक शामिल थे। हालांकि, बर्मिंघम खेलों के कार्यक्रम से शूटिंग को हटा दिया गया था। गोल्ड कोस्ट खेलों में भारत, मेजबान ऑस्ट्रेलिया (198) और इंग्लैंड (136) के बाद भारत तीसरे स्थान पर रहा था। भारत ने पिछले संस्करण में 26 स्वर्ण, 20 रजत और 20 कांस्य जीते थे।