हवा में चार्ज हो जाएंगे फोन, शाओमी की नई 'एयर चार्ज टेक्नोलॉजी'
क्या है खबर?
पिछले कुछ साल में चार्जिंग टेक्नोलॉजी तेजी से बदली है और अब मिडरेंज डिवाइसेज तक में 65W फास्ट चार्जिंग मिल रही है।
वायरलेस चार्जिंग अब नई बात नहीं है, लेकिन इसके लिए स्मार्टफोन को चार्जिंग पैड पर रखना पड़ता है।
शाओमी ने एक कदम आगे जाते हुए नई 'एयर चार्ज टेक्नोलॉजी' अनाउंस की है, जो असली वायर-फ्री चार्जिंग एक्सपीरियंस यूजर्स को देगी।
नई टेक्नोलॉजी एकसाथ कई डिवाइसेज को बिना किसी वायरलेस स्टैंड पर रखे या केबल के चार्ज कर देगी।
तरीका
कैसे काम करती है Mi एयर चार्ज टेक्नोलॉजी?
शाओमी का कहना है कि कंपनी की पेटेंटेड Mi एयर चार्ज टेक्नोलॉजी एक खास सेल्फ डिवेलप्ड टावर या बॉक्स जैसे डिवाइस का इस्तेमाल करती है।
यह डिवाइस सीधे स्मार्टफोन्स को मिलीमीटर वेव्स भेजती है और ये वेव्स इलेक्ट्रिक पावर में बदलकर उसे चार्ज कर देती हैं।
चार्जिंग टावर में पांच फेज-डिटेक्शन एंटेना लगे हुए हैं, जो किसी स्मार्टफोन या डिवाइस की पोजीशन का पता लगाकर उसे चार्ज करते हैं।
टेक्नोलॉजी
एंटिना की मदद से चार्जिंग
मिलीमीटर वेव्स भेजने के लिए चार्जिंग डिवाइस में 144 बीमफॉर्मिंग एंटिना दिए गए हैं।
वहीं, इस टेक्नोलॉजी को सपोर्ट करने वाले फोन में भी दो एंटिना एरे मिलते हैं, लेकिन इनका साइज चार्जिंग डिवाइस के मुकाबले छोटा होता है।
पहला बीकन एरे चार्जिंग टावर की पोजीशन समझता है और दूसरा 14 एंटिना से बना एरे मिलीमीटर वेव्स को रिसीव करता और स्पेशल सर्किट की मदद से इलेक्ट्रिक पावर में बदल देता है।
वीडियो
वीडियो में दिखाई एयर चार्जिंग
कंपनी ने एक शॉर्ट वीडियो शेयर कर दिखाया है कि यह टेक्नोलॉजी कैसे काम करती है।
वीडियो में बॉक्स जैसा चार्जिंग डिवाइस बेहतर नजर आ रहा है।
शाओमी की मानें तो Mi एयर चार्ज टेक्नोलॉजी एकसाथ कई डिवाइसेज को लॉन्ग-रेंज में 5W की मैक्सिमम पावर पर चार्ज कर सकती है।
फोन्स में मिलने वाली पावरफुल टेक्नोलॉजी के मुकाबले यह बहुत स्लो है लेकिन शाओमी इसकी मदद से छोटे डिवाइसेज और होम अप्लायंसेज को चार्ज करने का मन बना रही है।
प्लान
चार्ज किए जाएंगे छोटे डिवाइस
शाओमी के मोबाइल डिवीजन हेड जेंग झुएजहॉन्ग ने वीबो (Weibo) पोस्ट में बताया है कि Mi एयर चार्ज टेक्नोलॉजी की मदद से आने वाले वक्त में स्मार्टवॉच और फिटनेस ट्रैकर्स जैसे छोटे डिवाइसेज को चार्ज किया जाएगा।
माना जा रहा है कि यह टेक्नोलॉजी बाद में स्पीकर्स और डेस्क लैंप्स के साथ भी इस्तेमाल की जा सकती है।
कुछ सुधारों और अपग्रेड्स के बाद यह टेक स्मार्टफोन्स भी चार्ज कर सकती है।