रूसी सेना यूक्रेन में स्टारलिंक टर्मिनल का कर रही उपयोग- रिपोर्ट
रूस की सेना यूक्रेन में स्पेस-X के स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट टर्मिनलों का बड़े स्तर पर उपयोग कर रही है। वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) की एक रिपोर्ट के अनुसार, एलन मस्क के स्पेस-X द्वारा विकसित टर्मिनलों का उपयोग पूर्वी यूक्रेन और क्रीमिया में हमलों के तालमेल के लिए किया जा रहा है। स्टारलिंक टर्मिनलों का उपयोग युद्ध के मैदान में ड्रोन और अन्य प्रकार की सैन्य तकनीक को नियंत्रित करने के लिए किया जा सकता है।
यूक्रेन में प्रतिबंधित है स्टारलिंक डिवाइस
ये टर्मिनल रूसी सेना तक ब्लैक मार्केट विक्रेताओं के एक जटिल नेटवर्क के माध्यम से पहुंच रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, कुछ विक्रेताओं ने टर्मिनलों की तस्करी रूस में की और यह भी सुनिश्चित किया कि डिलीवरी फ्रंट लाइन तक पहुंचे। रिपोर्ट से यह भी पता चलता है कि कुछ टर्मिनल मूल रूप से ईबे से खरीदे गए थे। बता दें, सैन्य रूप से उपयोग के लिए यूक्रेन में स्टारलिंक डिवाइस प्रतिबंधित हैं।
सूडान में भी गलत तरीके से बिक रहे स्टारलिंक टर्मिनल
गलत तरीके से स्टारलिंक टर्मिनलों की बिक्री केवल यूक्रेन तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह सूडान तक फैली हुई है। बड़ी संख्या में सूडानी डीलर अर्धसैनिक समूह रैपिड सपोर्ट फोर्स को स्टारलिंक टर्मिनल बेच रहे हैं, जिस पर जातीय रूप से प्रेरित हत्याओं, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के लक्षित दुर्व्यवहार, यौन हिंसा और पूरे समुदायों को जलाने जैसे अत्याचार करने का आरोप है। इस पूरे मामले को लेकर अभी तक स्पेस-X की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।