
पृथ्वी से विशालकाय हिमखंड 'A23a' कुछ हफ्तों में हो सकता है गायब, क्या है इससे खतरा?
क्या है खबर?
अंटार्कटिका से करीब 40 साल पहले टूटा A23a नाम का विशाल हिमखंड अब गर्म पानी में पिघलकर टूट रहा है। यह कभी ग्रेटर लंदन के आकार से भी दोगुना था और इसका वजन लगभग 1 लाख करोड़ टन था। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह कुछ ही हफ्तों में पूरी तरह गायब हो सकता है। सैटेलाइट तस्वीरों के अनुसार, अब इसका आकार घटकर सिर्फ 1,770 वर्ग किलोमीटर रह गया है और इसकी चौड़ाई 60 किलोमीटर है।
खतरा
क्या है इससे खतरा?
यह हिमखंड इतना विशाल था कि कभी इसने दक्षिण अटलांटिक महासागर के पास एक द्वीप पर पेंगुइन और सील के भोजन क्षेत्रों को खतरे में डाल दिया था। हाल ही में इसके 400 वर्ग किलोमीटर से बड़े टुकड़े टूटकर अलग हो गए हैं। छोटे-छोटे हिस्से अब समुद्र में बिखरे पड़े हैं, जिनमें से कई अभी भी इतने बड़े हैं कि जहाजों की आवाजाही के लिए गंभीर खतरा साबित हो सकते हैं।
सफर
दशकों बाद हुआ मुक्त और बहाव शुरू
A23a हिमखंड 1986 में अंटार्कटिका से अलग हुआ था और करीब 30 सालों तक समुद्र तल में फंसा रहा। यह 2020 में बहाव शुरू कर दक्षिण अटलांटिक महासागर की ओर निकल गया। मार्च, 2024 के आसपास यह दक्षिण जॉर्जिया द्वीप के उथले पानी में फंस गया था। उस समय आशंका थी कि यह वहां बड़ी संख्या में पेंगुइन और सील के बच्चों को भोजन से वंचित कर देगा, लेकिन कुछ महीनों बाद यह आगे बढ़ गया।
जलवायु परिवर्तन
जलवायु परिवर्तन की चेतावनी
वैज्ञानिकों का कहना है कि हाल के हफ्तों में हिमखंड ने गति पकड़ ली और कभी-कभी एक ही दिन में 20 किलोमीटर तक बह गया। गर्म पानी और ऊंची लहरों के कारण यह तेजी से टूट रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इतना विशाल टुकड़ा इतने सालों तक बचा रहना हैरानी की बात है। वे यह भी चेतावनी देते हैं कि अंटार्कटिका से हिमखंडों के पिघलने की गति अब बढ़ रही है, जो जलवायु परिवर्तन का बड़ा संकेत है।