मैकबुक प्रो 2021 मॉडल्स में नहीं मिलेगी टच बार, मैगसेफ की होगी वापसी
कैलिफोर्निया की टेक कंपनी ऐपल अपने मैकबुक प्रो मॉडल्स के डिजाइन में इस साल बड़े बदलाव कर सकती है। नए मॉडल्स में होने वाले बदलावों की जानकारी पॉप्युलर एनालिस्ट मिंग-ची कुओ ने दी है। पिछली रिपोर्ट्स में सामने आ रहा था कि ऐपल मैकबुक प्रो 14 इंच और 16 इंच मॉडल्स को इन-हाउस M1 या फिर M1X प्रोसेसर्स के साथ ला सकती है। कुओ ने बताया कि नए मैकबुक प्रो मॉडल्स में फ्लैट-एज डिजाइन मिलेगा और टच बार नहीं मिलेगी।
अब नहीं मिलेगी OLED टच बार
MacRumors की रिपोर्ट में एनालिस्ट मिंग-ची कुओ के नोट के हवाले से कहा गया है कि ऐपल 14 इंच और 16 इंच मैकबुक प्रो मॉडल्स पर काम कर रही है। इन लैपटॉप्स में आईफोन 12 मॉडल्स जैसा फ्लैट-एज फॉर्म फैक्टर मिल सकता है। साथ ही अब तक कीबोर्ड से ऊपर मिलने वाली OLED टच बार को हटाते हुए इसकी जगह ऐपल फिजिकल फंक्शन-कीज दे सकती है। ऐपल मैग्नेटिक कनेक्टिविटी वाला मैगसेफ चार्जिंग कनेक्टर वापस ला सकती है।
मिलेंगे पहले से ज्यादा पोर्ट्स
कुओ का कहना है कि नए मैकबुक प्रो मॉडल्स में पहले से ज्यादा कनेक्टिविटी पोर्ट्स दिए जाएंगे, जिनके साथ यूजर्स को अलग से डोंगल खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके अलावा 2021 में ऐपल इंटेल पावर्ड मैकबुक प्रो मॉडल नहीं लॉन्च करेगी और खुद का M1 चिप उसकी जगह देगी। 16 इंच मॉडल में कूलिंग के लिए पहले जैसा हीट पाइप डिजाइन मिलेगा क्योंकि केवल पैसिव कूलिंग के साथ M1 चिप से अच्छी परफॉर्मेंस मिलती है।
कब लॉन्च होंगे नए मैकबुक प्रो मॉडल्स?
नए मैकबुक प्रो मॉडल्स की लॉन्च डेट को लेकर कुओ ने कहा है कि इन्हें 2021 की तीसरी तिमाही में लॉन्च किया जा सकता है। हालांकि, बीते दिनों सामने आई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि नए M1 चिप पावर्ड मैकबुक प्रो मॉडल्स मार्च-अप्रैल महीने में आ सकते हैं, इसलिए लॉन्च डेट साफ नहीं है। एनालिस्ट कुओ ने नए मैकबुक प्रो मॉडल्स के मिनी-LED डिस्प्ले को लेकर कुछ नहीं कहा है।
आईफोन्स में नया कूलिंग सिस्टम
2021 में लॉन्च होने वाले आईफोन लाइनअप को लेकर कुओ ने कहा कि कंपनी इनमें वेपर चैंबर कूलिंग सिस्टम दे सकती है। कुओ का कहना है कि नए थर्मल सिस्टम की टेस्टिंग काफी जोर-शोर से की जा रही है। हालांकि, नया कूलिंग सिस्टम केवल हाई-एंड मॉडल्स (प्रो और प्रो मैक्स) में दिया जा सकता है। साथ ही ऐपल नए iमैक डेस्कटॉप के डिजाइन में भी करीब एक दशक बाद कई बदलाव कर सकती है।