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2025 गेमिंग सेक्टर के लिए रहा उतार-चढ़ाव भरा साल, हुए ये बड़े बदलाव 
2025 गेमिंग सेक्टर के लिए रहा उतार-चढ़ाव भरा साल (तस्वीर: पिक्साबे)

2025 गेमिंग सेक्टर के लिए रहा उतार-चढ़ाव भरा साल, हुए ये बड़े बदलाव 

Dec 15, 2025
09:38 am

क्या है खबर?

भारत के गेमिंग सेक्टर के लिए यह साल उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। ऑनलाइन और लाइव गेमिंग में तेजी दिखी, लेकिन रियल मनी गेमिंग (RMG) पर प्रतिबंध से उद्योग को झटका लगा। ईस्पोर्ट्स को सरकारी पहचान मिली और स्टार्टअप्स ने खर्च घटाने पर ध्यान देना शुरू किया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), इन-ऐप कमाई और बदलती रणनीतियों के बीच कंपनियों ने साल के अंत तक नए नियमों और बाजार हालात के अनुसार खुद को ढालने की तैयारी शुरू कर दी है।

झटका

RMG बैन से बड़ा झटका 

अगस्त में ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 पास हुआ, जिसने RMG पर पूरी तरह रोक लगा दी और विज्ञापन और बैंक लेनदेन भी बंद कर दिए गए। इंडस्ट्री संगठनों ने चेतावनी दी कि इससे 2 लाख करोड़ रुपये का सेक्टर प्रभावित होगा। ड्रीम 11, MPL और गेम्स24x7 जैसी कंपनियों ने ऑपरेशन घटाए, कुछ ने भारत से बाहर निकलने या कारोबार सीमित करने का फैसला लिया है। कई स्टार्टअप्स ने कर्मचारियों और लागत पर भी सख्ती बढ़ा दी है।

ईस्पोर्ट्स 

ईस्पोर्ट्स और डिजिटल गेमिंग को बढ़ावा

इस साल ईस्पोर्ट्स को खेल मंत्रालय के तहत आधिकारिक खेल का दर्जा मिला, जिससे टूर्नामेंट, स्पॉन्सरशिप और सरकारी सहयोग के नए रास्ते खुले हैं। RMG बैन के बाद कंपनियों का फोकस डिजिटल और फ्री-टू-प्ले गेम्स पर गया। UPI और स्मार्टफोन यूजर्स बढ़ने से इन-ऐप खरीदारी कमाई का मुख्य जरिया बनी और टीवी फ्रेंचाइजी भी गेमिंग में उतरीं हैं। लोकल कंटेंट और युवा दर्शकों की भागीदारी तेजी से बढ़ी, जिससे उद्योग में भरोसा बढ़ा है।

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 निवेश 

स्टार्टअप्स, निवेश और सख्ती 

पिछले 5 सालों में भारत में 500 से ज्यादा गेमिंग स्टार्टअप शुरू हुए हैं। क्राफ्टन जैसे विदेशी निवेशकों ने भारतीय कंपनियों में निवेश बढ़ाया है। महाराष्ट्र जैसे राज्यों ने गेमिंग मिशन और फंड की घोषणा भी की हैं। वहीं, नवंबर में विंजो के फाउंडर्स की गिरफ्तारी ने नियमों के पालन और पारदर्शिता पर सख्ती का संकेत दिया, जिससे पूरे सेक्टर में सतर्कता और कानूनी अनुपालन की चर्चा तेज हुई। इन सभी वजहों से निवेशकों की चिंता भी बढ़ी काफी है।

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अन्य

टैलेंट, AI और आगे की राह 

गेमिंग सेक्टर में डेवलपर्स और डिजाइनर्स की मांग तेजी से बढ़ी है। AI से गेम बनाना आसान और सस्ता हुआ है, लेकिन कंटेंट की अधिकता का खतरा भी है। जानकारों के अनुसार, सरकारी प्रोत्साहन और इंफ्रास्ट्रक्चर सपोर्ट से ग्रोथ तेज होगी। भारत में डाउनलोड ज्यादा हैं, लेकिन कमाई कम है, जिससे भविष्य में सुधार की बड़ी संभावना बनती है। इंडस्ट्री साफ तौर पर अब इसी संतुलन पर आगे बढ़ने की तैयारी कर रही है।

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