ग्रोक चैटबॉट ऑस्ट्रेलिया के बॉन्डी बीच गोलीबारी के बारे में फैला रहा गलत जानकारी
क्या है खबर?
अरबपति एलन मस्क की कंपनी xAI का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट ग्रोक एक बार फिर विवाद में है। इस बार ग्रोक ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में हुई बॉन्डी बीच शूटिंग को लेकर गलत जानकारी दे रहा है। चैटबॉट ने मरने वालों, वीडियो और घटना की पृष्ठभूमि को लेकर भ्रामक दावे किए। सोशल मीडिया पर यूजर जब वीडियो की सच्चाई पूछ रहे थे, तब ग्रोक के जवाब बेमतलब और तथ्यहीन नजर आए, जिससे लोगों में भ्रम और गुस्सा दोनों बढ़ गया है।
दावे
वीडियो और पहचान पर गलत दावे
एक वीडियो में एक राहगीर हमलावर से हथियार छीनता दिखा, जिसकी पहचान 43 साल के अहमद अल अहमद बताई गई। ग्रोक ने इस वीडियो को पुराना और फर्जी बताया और कहा कि यह किसी पार्किंग की घटना है। इतना ही नहीं, चैटबॉट ने घायल अहमद की तस्वीर को हमास द्वारा पकड़े गए इजरायली बंधक की फोटो भी बता दिया था। इन गलतियों पर यूजर हैरान रह गए, जिससे सोशल मीडिया पर इसकी खूब आलोचना भी हुई।
भ्रमित
पूरी तरह भ्रमित दिखा चैटबॉट
गलत पहचान तक ही नहीं, ग्रोक पूरी तरह भ्रमित करते हुए भी दिखा। एक यूजर को ओरेकल कंपनी पर सवाल के जवाब में बॉन्डी शूटिंग की समरी मिल गई। कहीं यह बॉन्डी और ब्राउन यूनिवर्सिटी शूटिंग को आपस में मिला रहा था। एक अन्य मामले में, शूटआउट का वीडियो ग्रोक ने चक्रवात अल्फ्रेड से जोड़ दिया, लेकिन दोबारा पूछने पर उसने गलती मानी। इससे चैटबॉट की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हुए और भरोसा कम हुआ है।
गलतियां
पहले भी हो चुकी हैं गंभीर गलतियां
यह समस्या सिर्फ एक घटना तक सीमित नहीं रही। ग्रोक ने खिलाड़ियों, दवाओं और राजनीति से जुड़े सवालों में भी गलत जवाब दिए। कभी गर्भपात की दवा की जगह दूसरी दवा की जानकारी दी, तो कभी अलग विषय पर बेवजह लंबा जवाब लिखा। xAI ने इस गड़बड़ी पर साफ वजह नहीं बताई है। बता दें, पहले भी ग्रोक पर साजिश और आपत्तिजनक बयान देने के आरोप लग चुके हैं, जिससे AI की निगरानी पर बहस तेज हुई।