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रियल-मनी गेम पर प्रतिबंध के बाद गेमिंग कंपनियों को भारी नुकसान 
रियल-मनी गेम पर प्रतिबंध लगने के कारण कंपनियों को भारी नुकसान हुआ है

रियल-मनी गेम पर प्रतिबंध के बाद गेमिंग कंपनियों को भारी नुकसान 

Nov 16, 2025
04:14 pm

क्या है खबर?

भारत में रियल-मनी गेमिंग (RMG) पर हाल ही में लगे प्रतिबंध के कारण गेमिंग कंपनियों को भारी नुकसान हुआ है। इसका सितंबर तिमाही में कॉर्पोरेट आय पर उल्लेखनीय प्रभाव पड़ा है। इससे कई विदेशी कंपनियों के यहां मौजूद संपत्तियों पर बुरा असर पड़ा है। अमेरिका की फ्लटर एंटरटेनमेंट ने अपनी भारतीय यूनिट जंगली गेम्स की ओर से पैसों पर आधारित रम्मी गेम बंद करने के बाद 55.6 करोड़ डॉलर (करीब 4,890 करोड़ रुपये) के घाटे की सूचना दी है।

निवेश 

कंपनियों ने निवेश से खींचे हाथ 

कनाडाई निजी इक्विटी फर्म क्लेयरवेस्ट ग्रुप ने भी A23 रमी बनाने वाली कंपनी हेड डिजिटल वर्क्स में अपने निवेश को रद्द कर दिया है। फर्म ने कहा कि "दूसरी तिमाही में हेड डिजिटल वर्क्स को भारत सरकार की ओर से रियल-मनी गेमिंग और उससे जुड़ी सुविधाओं पर प्रतिबंध लगाने वाले कानून के कारण एक महत्वपूर्ण प्रतिकूल नियामकीय बदलाव का सामना करना पड़ा।" इस कदम के बाद हेड डिजिटल के लिए अपना व्यवसाय जारी रखना मुश्किल हो गया है।

भारतीय कंपनियां 

इन भारतीय कंपनियों को हुआ घाटा 

RMG प्रतिबंध से घरेलू कंपनियों को भी भारी नुकसान हुआ है। नाजारा टेक्नोलॉजीज ने पोकरबाजी की मूल कंपनी मूनशाइन टेक्नोलॉजीज में अपने निवेश पर 914.7 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया है। डेल्टा कॉर्प ने डेल्टाटेक गेमिंग, हेड डिजिटल वर्क्स और ओपनप्ले टेक्नोलॉजीज में अपने निवेश का मूल्य शून्य कर दिया है। पेटीएम ने भी अपने संयुक्त उद्यम फर्स्ट गेम्स टेक्नोलॉजी को दिए लोन पर 190 करोड़ रुपये की हानि के बाद शुद्ध लाभ में 98 फीसदी की गिरावट देखी।