कौन हैं भाजपा नेता तजिंदर बग्गा, जिनकी गिरफ्तारी पर आमने-सामने आईं तीन राज्यों की पुलिस?
क्या है खबर?
अक्सर सोशल मीडिया पर चर्चाओं में रहने वाले दिल्ली के भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा इस बार वास्तविक खबरों में हैं। इसका कारण बना है पंजाब पुलिस का उन्हें गिरफ्तार करना।
शुक्रवार सुबह पंजाब पुलिस ने उन्हें उनके दिल्ली स्थित घर से गिरफ्तार किया, लेकिन दिल्ली और हरियाणा पुलिस के बीच में आने के कारण देर रात तक वो घर भी वापस आ गए।
आइए जानते हैं कि बग्गा कौन हैं और उनका राजनीतिक सफर कैसा रहा है।
निजी बातें
स्कूल ड्रॉपआउट हैं बग्गा, पेशे से कारोबारी
पश्चिमी दिल्ली में रहने वाले बग्गा स्कूल ड्रॉपआउट हैं, हालांकि उन्होंने अपने चुनावी हलफनामे में चीन की नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी से 'नेशनल डेवलपमेंट डिप्लोमा कोर्स' करने की जानकारी दी थी।
बग्गा पेशे से कारोबारी हैं और 'टी-शर्ट भइया' नाम से एक ऑनलाइन स्टोर चलाते हैं। वो 'कुल्हड़ बिरयानी' के नाम से एक नया वेंचर भी शुरू करने जा रहे हैं जिसे उन्होंने भारत का पहला झटका बिरयानी ब्रांड बताया है। हलाल मीट के विरोध में उन्होंने ये ऐलान किया है।
राजनीतिक करियर
बग्गा का राजनीतिक करियर कैसा रहा?
बग्गा 14 साल की उम्र से राजनीति में हैं और भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) से जुड़े हुए हैं। वह मात्र 23 साल की उम्र में BJYM की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति में शामिल हो गए।
2017 में 31 साल की उम्र में उन्हें दिल्ली भाजपा का प्रवक्ता बना दिया गया और वे पार्टी के सबसे युवा प्रवक्ता बन गए।
अभी वे BJYM के राष्ट्रीय सचिव हैं और उत्तराखंड का प्रभार संभालते हैं।
जानकारी
विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं बग्गा
बग्गा चुनाव भी लड़ चुके हैं और भाजपा ने 2020 दिल्ली विधानसभा चुनाव में उन्हें हरिनगर सीट से टिकट दी थी। हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा। बग्गा 'भगत सिंह क्रांति सेना' नामक राष्ट्रवादी दक्षिणपंथी संगठन के संस्थापक भी हैं।
विवाद
बग्गा का विवादों से पुराना नाता
बग्गा का विवादों से पुराना नाता है और वे सबसे पहले 2011 में प्रसिद्ध वकील प्रशांत भूषण को थप्पड़ जड़ने के कारण सुर्खियों में आए थे। कश्मीर में जनमत संग्रह कराने संबंधी भूषण के बयान के विरोध में बग्गा ने उनके दफ्तर जाकर उन पर हमला किया था।
इसी साल उन्होंने "कश्मीर की आजादी के समर्थन" में बयान देने के लिए लेखक अरुधति रॉय के एक बुक लॉन्च में भी व्यवधान पैदा किया था।
अन्य विवाद
राजीव गांधी को 'मॉब लिंचिंग का जनक' बता चुके हैं बग्गा
बग्गा ने एक बार भाजपा मुख्यालय के सामने राजीव गांधी के पोस्टर भी लगाए थे। इन पोस्टर्स पर राजीव गांधी को 'मॉब लिंचिंग का जनक' कहा गया था।
उन्होंने बलूचिस्तान की आजादी की मांग करते हुए दिल्ली स्थित पाकिस्तान के दूतावास के बाहर भी पोस्टर लगाए थे और इसकी दीवारों को नुकसान पहुंचाया था।
बग्गा उन सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स में भी शामिल थे जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल इंडिया लॉन्च करते समय अपने आधिकारिक आवास पर बुलाया था।
मौजूदा विवाद
अभी क्यों विवाद में हैं बग्गा?
कुछ हफ्ते पहले 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म और भाजपा पर केजरीवाल के बयान के बाद बग्गा और तेजस्वी सूर्या के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके घर के सामने प्रदर्शन किया था।
बग्गा ने कई "भड़काऊ" ट्वीट भी किए थे और कहा था कि भाजपा युवा मोर्चा केजरीवाल को छोड़ेगा नहीं।
उनके इन ट्वीट्स के खिलाफ पंजाब में शिकायतें दर्ज की गईं और शुक्रवार सुबह उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि शाम को ही वो वापस घर आ गए।