भाजपा को कब तक मिलेगा नया राष्ट्रीय अध्यक्ष, चुनावों में क्यों हो रही है देरी?
क्या है खबर?
भाजपा को अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने में लगातार देरी हो रही है। वर्तमान अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल बढ़ाया जा चुका है। वे केंद्र में मंत्री की भूमिका भी निभा रहे हैं।
लोकसभा चुनावों के बाद जब नड्डा को मंत्री बनाया गया था, तब चर्चाएं थीं कि भाजपा जल्द ही नए अध्यक्ष के लिए चुनाव कर सकती है, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ।
आइए जानते हैं अध्यक्ष चुनावों में क्यों देरी हो रही है।
दिल्ली चुनाव
दिल्ली विधानसभा चुनावों की वजह से हो रही देरी?
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए मध्य प्रदेश के एक भाजपा नेता ने कहा, "पार्टी ने अपनी सारी ऊर्जा दिल्ली पर केंद्रित कर दी थी। एक नेता जो हमारे राज्य और उत्तर प्रदेश में 6-7 विधानसभा सीटों का प्रबंधन कर चुके हैं, उन्हें दिल्ली में केवल एक विधानसभा सीट का प्रभार दिया गया। दूसरे निर्वाचन क्षेत्र में 2 सांसदों ने इसे प्रबंधित किया। दिल्ली पर पार्टी का ध्यान अभूतपूर्व था और इसी वजह से संगठनात्मक चुनावों में देरी हुई है।"
सहमति
क्या अध्यक्ष को लेकर नहीं बन पा रही है सहमति?
झारखंड के एक भाजपा नेता ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, "कभी-कभी स्टेशन से कुछ दूरी पर ट्रेन रुकती है, क्योंकि स्टेशन पर तैयारी पूरी नहीं होती है। ट्रेन सिग्नल का इंतजार करती है। इसी तरह हम भी सिग्नल का इंतजार कर रहे हैं।"
वहीं, एक अन्य नेता ने कहा, "मुझे लगता है कि अध्यक्ष पद के चुनाव में कम से कम एक महीने का समय लगेगा। जिस गति से संगठन चुनाव हो रहे हैं, उससे इतना समय लग सकता है।"
संगठन
संगठन चुनाव में देरी के चलते नहीं चुना जा रहा अध्यक्ष?s
भाजपा के संविधान के मुताबिक, राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया तभी शुरू हो सकती है, जब कम से कम 50 प्रतिशत राज्यों में संगठन के चुनाव संपन्न हो जाएं।
भाजपा संगठन के 38 प्रदेश हैं। इस लिहाज से कम से कम 19 राज्यों में अध्यक्ष चुना जाना जरूरी है, लेकिन अभी केवल 10 राज्यों में ही अध्यक्ष का चुनाव हुआ है।
दावेदार
कौन बन सकता है अगला अध्यक्ष?
खबरें हैं कि भाजपा इस बार दक्षिण भारत के किसी नेता को अध्यक्ष बनाने पर विचार कर रही है। बीते कुछ सालों में दक्षिण भारत में भाजपा का समर्थन बढ़ा है। केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी, बंडी संजय कुमार, प्रह्लाद जोशी जैसे नेताओं के नाम चर्चा में हैं।
वहीं, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नाम भी चर्चाओं में हैं।
भाजपा संगठन से भी कुछ नाम आगे आए हैं।
प्लस
भाजपा अध्यक्ष से जुड़ी ये बातें भी जानिए
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के लिए सबसे जरूरी है कि नामांकन करने वाला व्यक्ति कम से कम 15 साल तक पार्टी का प्राथमिक सदस्य रहा हो।
प्रदेश या राष्ट्रीय कार्यकारिणी के कम से कम 20 सदस्य अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए किसी व्यक्ति के नाम का प्रस्ताव पेश कर सकते हैं।
भाजपा अध्यक्ष का कार्यकाल 3 साल का होता है और एक व्यक्ति लगातार 2 बार राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकता है।