सनातन विवाद पर कांग्रेस ने DMK से बनाई दूरी, बोली- सभी धर्मों का सम्मान करते हैं
सनातन धर्म को लेकर द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (DMK) नेताओं उदयनिधि स्टालिन और ए राजा के बयानों पर विवाद बढ़ता जा रहा है। अब कांग्रेस ने भी इन नेताओं के बयानों से दूरी बना ली है। कांग्रेस ने कहा कि वो इन बयानों से सहमत नहीं है और सभी धर्मों को साथ लेकर चलती है। इससे पहले भी विपक्ष की कई पार्टियां DMK नेताओं के बयान पर असहमति दर्ज कराते हुए दूरी बना चुकी हैं।
क्या बोली कांग्रेस?
कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा, "हम पहले भी कह चुके हैं और फिर दोहरा रहे हैं कि हम इस तरह की टिप्पणियों के साथ नहीं हैं। कांग्रेस का हर धर्म और सोच को साथ लेकर चलने का इतिहास रहा है। हम सर्वधर्म समभाव में विश्वास करते हैं। कांग्रेस समझती है कि यह देश सतरंगी देश है, जहां सबका एक स्थान है, इसलिए हम ऐसी टिप्पणियों से सहमत नहीं हैं।"
'INDIA' की हर पार्टी सभी धर्मों का सम्मान करती है- कांग्रेस
खेड़ा ने कहा, "अगर आप कांग्रेस का इतिहास जानते होंगे तो यह जरूर मानेंगे कि हमने हमेशा यही रुख अपनाया है। यही सिद्धांत संविधान सभा की चर्चा में था और संविधान में भी निहित है। विपक्षी गठबंधनल INDIA का हर घटक सभी धर्मों का सम्मान करता है।" खेड़ा ने भारत और इंडिया को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वो टकराव पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
INDIA की कई पार्टियां बयान से बना चुकी हैं दूरी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बयान पर कहा था, "मैं सनातन धर्म का सम्मान करती हूं। मुझे लगता है कि हमें हर धर्म का सम्मान करना चाहिए।" दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था, "मैं खुद सनातन धर्म से आता हूं। मुझे लगता है ऐसे बयान देने से बचना चाहिए।" शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता संजय राउत ने कहा कि देश में 90 करोड़ हिंदू हैं, उनकी भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचा सकते।"
बयान को लेकर हमलावर है भाजपा
बयान को लेकर भाजपा DMK और INDIA गठबंधन पर हमलावर है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, "मैं ईश्वर से कामना करता हूं कि इन घमंडिया गठबंधन के नेताओं का घमंड थोड़ा कम कर दे। राहुल गांधी की नफरत की दुकान में उनके नेता नफरती सामान बेच रहे हैं।" केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, "जिन लोगों ने सनातन धर्म, भारत की संस्कृति और सभ्यता के बारे में ऐसी टिप्पणियां की हैं, उन्हें शर्म आनी चाहिए।"
उदयनिधि और ए राजा ने सनातन धर्म को लेकर क्या कहा था?
उदयनिधि ने कहा था, "कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म कर देना चाहिए। हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोनावायरस का विरोध नहीं कर सकते हैं। हमें इन्हें खत्म करना होगा। इसी तरह हमें सनातन धर्म को भी खत्म करना है।" ए राजा ने कहा था, "अगर आपको सनातन को परिभाषित करना है तो इसकी तुलना HIV और कुष्ठ रोग जैसे बीमारियों से की जानी चाहिए। समाज के लिए सनातन ठीक ऐसा ही काम करता है।"