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तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन का सनातन धर्म पर विवादित बयान, हो रही आलोचना
उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म पर दिया विवादित बयान

तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन का सनातन धर्म पर विवादित बयान, हो रही आलोचना

Sep 03, 2023
10:31 am

क्या है खबर?

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने सनातन धर्म की तुलना मलेरिया और डेंगू से करते हुए कहा है कि इसका ना केवल विरोध किया जाना चाहिए बल्कि इसे पूरी तरह खत्म कर देना चाहिए। उदयनिधि के इस बयान को लेकर बड़ा विवाद छिड़ गया है और लोगों ने सोशल मीडिया पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उनके खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग भी की है।

बयान 

 उदयनिधि ने क्या कहा था? 

समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) की युवा इकाई के अध्यक्ष उदयनिधि ने शनिवार को 'सनातन उन्मूलन सम्मेलन' को संबोधित करते हुए कहा था कि सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है। उन्होंने कहा, "कुछ चीज़ों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म कर देना चाहिए। हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना (वायरस) का विरोध नहीं कर सकते हैं। हमें इन्हें खत्म करना होगा। इसी तरह हमें सनातन धर्म को भी खत्म करना है।"

पलटवार 

भाजपा ने DMK और विपक्ष पर साधा निशाना 

भाजपा के IT सेल प्रमुख अमित मालवीय ने ट्विटर (X) पर उदयनिधि का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'उदयनिधि ने सनातन धर्म को मलेरिया और डेंगू से जोड़ा है। उनका मानना ​​है कि इसे खत्म किया जाना चाहिए। संक्षेप में वह सनातन धर्म को मानने वाली भारत की 80 प्रतिशत आबादी के नरसंहार का आह्वान कर रहे हैं। DMK विपक्षी गुट का प्रमुख सदस्य और कांग्रेस का सहयोगी है। क्या मुंबई बैठक में इसी पर सहमति बनी थी?'

बयान

हर कानूनी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार- उदयनिधि

उदयनिधि ने विवाद बढ़ने पर आलोचनाओं का जवाब देते हुए कहा कि वह किसी भी कानूनी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं, लेकिन वह धमकियों से नहीं डरेंगे। उन्होंने ट्वीट किया, 'हम, पेरियार, अन्ना और कलैग्नार के अनुयायी सामाजिक न्याय को बनाए रखने और एक समतावादी समाज की स्थापना के लिए हमेशा लड़ेंगे। मैं आज, कल और हमेशा कहूंगा कि द्रविड़ भूमि से सनातन धर्म को रोकने का हमारा संकल्प थोड़ा भी कम नहीं होगा।'

बयान 

तोड़-मरोड़कर पेश किया गया उदयनिधि का बयान- DMK 

DMK के संयुक्त सचिव और प्रवक्ता सरवनन अन्नादुरई ने कहा कि उदयनिधि के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा, "यदि प्रधानमंत्री मोदी 'कांग्रेस मुक्त भारत' कहते हैं, तो क्या वह नरसंहार का आह्वान करते हैं? वे कैसे कह सकते हैं कि उदयनिधि स्टालिन ने नरसंहार का आह्वान किया है? जब हम कहते हैं कि हम सनातन धर्म को खत्म करना चाहते हैं तो इसका मतलब है कि हम कठोर जाति व्यवस्था को खत्म करना चाहते हैं।"

बयान 

विपक्ष के नेताओं ने क्या कहा? 

विपक्ष के कई नेताओं ने भी उदयनिधि के बयान पर प्रतिक्रिया दी है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि सनातन धर्म पर किसी को सवाल उठाने का अधिकार नहीं है और यह राजनीति का विषय नहीं है। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, "कांग्रेस का रुख साफ है। हम किसी भी धर्म पर टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं या किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं चाहते हैं।"

शिकायत 

सुप्रीम कोर्ट में वकील ने दर्ज करवाई शिकायत 

सुप्रीम कोर्ट में वकील विनीत जिंदल ने उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। उन्होंने उदयनिधि के बयान को उत्तेजक और सनातन धर्म का अपमान करने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि उदयनिधि ने देश से सनातन धर्म को मिटाने की बात कहकर घृणास्पद भाषण दिया है और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार नफरत भरा बयान देने पर आरोपी शख्स के खिलाफ केस दर्ज किया जाना चाहिए।