शिवसेना ने किया साफ, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का इस्तीफा देने का कोई इरादा नहीं
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के इस्तीफे की अटकलों को शिवसेना ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और शिवसेना नेता उदय सामंत ने कहा है कि शिंदे की मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की कोई योजना नहीं है और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के बागी नेताओं के सरकार में शामिल होने को लेकर कोई मतभेद नहीं है। NCP के सरकार में शामिल होने के बाद से शिंदे के इस्तीफे की अटकलें लगाई जा रही हैं।
हम इस्तीफा देने वालों में से नहीं- शिवसेना
सामंत ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "हम इस्तीफा देने वालों में से नहीं, बल्कि इस्तीफा लेने वालों में से हैं। उनका (शिंदे का) नेतृत्व सभी लोगों को साथ लेकर चलने और धैर्य बनाए रखने का है।" उन्होंने कहा, "कल शाम को हुई बैठक में शिवसेना के सभी विधायकों, सांसदों और मंत्रियों ने शिंदे पर भरोसा जताया। उन्हें बदनाम करने के लिए इस तरह की खबरें चलाई जा रही हैं।"
महाराष्ट्र सरकार के पास है पर्याप्त बहुमत- सामंत
सामंत ने कहा, "कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि कुछ विधायकों के बीच मतभेद उभरकर आए हैं। कुछ रिपोर्ट में दावा किया गया है कि एक विधायक ने कहा कि हमें NCP को साथ में नहीं लेना चाहिए। यह सब खबरें गलत हैं।" उन्होंने कहा, "किसी को कहीं जाने की जरूरत नहीं है। महाराष्ट्र की मौजूदा सरकार के पास अब 200 से अधिक विधायकों के साथ पर्याप्त बहुमत है।"
ठीक से नहीं चल रहा था MVA गठबंधन- शिवसेना
पिछले साल तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत में शामिल सामंत ने कहा, "अजित पवार के हमारे साथ आने का मतलब है कि शिवसेना, NCP और कांग्रेस वाला महा विकास अघाड़ी (MVA) ठीक से नहीं चल रहा था।" उन्होंने कहा कि NCP के बागी नेताओं के सरकार में शामिल होने से उनके गुट को अब गद्दार जैसे तानों से मुक्ति भी मिल जाएगी। गौरतलब है कि उद्धव गुट लगातार शिंदे गुट को गद्दार कहकर निशाना साधता आया है।
शिंदे भी नकार चुके हैं इस्तीफा की बात
मुख्यमंत्री शिंदे ने बुधवार को अपने आवास पर शिवसेना के विधायकों, मंत्रियों और सांसदों की बैठक बुलाई थी। इसमें उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार पर उनका पूरा नियंत्रण है और अगले साल राज्य में चुनाव होने के बाद भी वह मुख्यमंत्री बने रहेंगे। शिंदे ने इस्तीफा देने की खबरों को खारिज करते हुए कहा था कि सरकार में NCP का शामिल होना सिर्फ एक राजनीतिक समायोजन है और उन्हें पता है कि इस तरह की खबरें कौन फैला रहा है।
शिवसेना के विधायकों के बीच है नाराजगी
अटकलें लगाईं जा रही थीं कि NCP के बागी नेता अजित पवार और अन्य विधायकों के महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के बाद शिवसेना के कई विधायक नाखुश हैं। एक बड़ा कारण यह है कि शिंदे ने शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा का हवाला देते हुए उद्धव के खिलाफ बगावत की थी, जबकि अब वह खुद NCP के साथ हैं। इसके अलावा शिवसेना के विधायकों के बीच मंत्रिमंडल में जगह कम होने को लेकर भी नाराजगी है।