पात्रा चॉल भूमि घोटाला: संजय राउत को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया
शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत को पात्रा चॉल भूमि घोटाले में कोर्ट से कोई राहत नहीं मिली है और उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अब उन्हें 22 अगस्त तक जेल में रहना होगा। कोर्ट ने राउत को घर से खाना और दवाईयां मंगाने की अनुमति दे दी है, हालांकि बिस्तर से संबंधित उनकी अपील को खारिज कर दिया गया है। कोर्ट ने कहा कि जेल प्रशासन उचित बिस्तर की व्यवस्था करते हैं।
1 अगस्त को गिरफ्तार किए गए थे संजय राउत
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 31 जुलाई को कई घंटे पूछताछ के बाद संजय राउत को हिरासत में लिया था। एक दिन बाद 1 अगस्त को एजेंसी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट के सामने पेश किया। कोर्ट ने उन्हें पहले 4 अगस्त और फिर 8 अगस्त तक ED की कस्टडी में भेज दिया। आज हुई सुनवाई में ED ने उनकी और कस्टडी नहीं मांगी, इसलिए उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
क्या है पात्रा चॉल भूमि घोटाला?
2008 में हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) की सहयोगी कंपनी गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन को महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (MHADA) ने पात्रा चॉल के पुनर्विकास का ठेका दिया था। इसमें चॉल के 672 किरायेदारों के लिए फ्लैट तैयार करने थे और करीब 3,000 फ्लैट MHADA को सौंपने थे। कुल भूमि 47 एकड़ थी। हालांकि गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन ने किसी भी फ्लैट का विकास नहीं किया और जमीन को 1,034 करोड़ रुपये में आठ अन्य बिल्डरों को बेच दिया।
मामले से संजय राउत का क्या संबंध?
गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन के निदेशकों में प्रवीण राउत शामिल हैं जिन्हें संजय राउत का करीबी माना जाता है। ED का दावा है कि प्रवीण का HDIL से कुल 100 करोड़ रुपये मिले थे, जो उन्होंने अपने करीबियों, रिश्तेदारों और अन्य कारोबारी संस्थाओं को भेज दिया। पैसा पाने वाले लोगों में संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत का नाम भी शामिल है। दावा है कि प्रवीण की पत्नी माधुरी ने वर्षा को 83 लाख रुपये भेजे थे।
राउत की पत्नी को भी भेजा गया समन
ED ने मामले में राउत की पत्नी वर्षा को भी समन भेजा है और उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है। एजेंसी ने दावा किया है कि वर्षा के खाते में असंबंधित व्यक्तियों के जरिए 1.08 करोड़ रुपये जमा हुए थे। ED को इसी के संबंध में उनसे पूछताछ करनी है। राउत ने घोटाले से कोई भी संबंध होने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के खिलाफ आवाज उठाने के लिए उनके खिलाफ ये कार्रवाई हुई है।