राजस्थान में नए मंत्रिमंडल का गठन आज, 11 कैबिनेट और चार राज्यमंत्री लेंगे शपथ
क्या है खबर?
पंजाब के बाद कांग्रेस अब राजस्थान में मंत्रिमंडल फेरबदल करने जा रही है।
शनिवार को मौजूदा मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों के इस्तीफे के बाद आज नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। रविवार शाम 4 बजे होने वाले समारोह में 11 कैबिनेट और चार राज्यमंत्री शपथ लेंगे।
इससे पहले पार्टी ने 2 बजे प्रदेश कांग्रेस समिति कार्यालय में अहम बैठक बुलाई है। यहां से निकलने के बाद सभी मंत्री और विधायक राजभवन जाएंगे।
गहलोत मंत्रिमंडल
सामने आए मंत्रियों के नाम
हेमाराम चौधरी, रामलाल जाट, महेश जोशी, विश्वेंद्र सिंह, रमेश मीणा, महेंद्रजीत सिंह मालवीय, ममता भूपेश, शकुंतला रावत, भजनलाल जाटव, टीकाराम जूली, गोविंद मेघवाल को कैबिनेट मंत्री बनाया जा रहा है।
वहीं जाहिदा, बृजेंद्र ओला, राजेंद्र गुढा और मुरारीलाल मीणा को राज्यमंत्री पद दिया जा रहा है।
इन चेहरों में से रमेश मीणा, विश्वेंद्र सिंह, बृजेंद्र ओला, मुरारीलाल मीणा और हेमाराम चौधरी की गिनती सचिन पायलट के करीबी नेताओं में होती है। पायलट इस प्रतिनिधित्व से खुश बताए जा रहे हैं।
जातिगत समीकरण
जातिगत समीकरणों का रखा गया ध्यान
भजनलाल जाटव, ममता भूपेश और टीकाराम जुली तीनों अनुसूचित जाति समुदाय से आते हैं और इन्हें राज्यमंत्री से पदोन्नत कर कैबिनेट मंत्री बनाया जा रहा है।
अनुसूचित जनजाति समुदाय से गोविंद राम मेघवाल और रमेश मीणा को कैबिनेट और मुरारीलाल मीणा को राज्यमंत्री बनाया जाएगा।
वहीं गोविंद सिंह डोटासरा, हरीश चौधरी और रघु शर्मा की जगह रामलाल जाट, बृजेंद्र सिंह ओला, हेमाराम चौधरी को मौका दिया गया है। इनमें से दो जाट और एक ब्राह्मण नेता है।
मंत्रिमंडल
किसी निर्दलीय विधायक को जगह नहीं
राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार को 13 निर्दलीय विधायकों का समर्थन है, लेकिन इनमें से किसी को भी मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई है।
हालांकि, बहुजन समाज पार्टी से कांग्रेस में आने वाले राजेंद्र गुढा को राज्यमंत्री बनाया जा रहा है।
जानकारी के लिए बता दें कि 200 सदस्यों वाली राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस के 102 विधायक हैं और नियमों के हिसाब से मुख्यमंत्री समेत मंत्रिमंडल में 30 मंत्री हो सकते हैं।
जानकारी
15 विधायकों को बनाया जा सकता है संसदीय सचिव
सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल में जगह न मिलने से असंतुष्ट विधायकों में से सात को मुख्यमंत्री का सलाहकार और 15 अन्य को संसदीय सचिव बनाया जा सकता है। वहीं बाकियों को बोर्ड और निगमों आदि में नियुक्ति दी जा सकती है।
जानकारी
तीन मंत्रियों ने शुक्रवार रात को दिया था इस्तीफा
बता दें कि इससे पहले शुक्रवार रात को एक से अधिक पद रखने वाले तीन मंत्रियों ने अपने इस्तीफे सौंपे थे।
इन मंत्रियों में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, राजस्व मंत्री हरीश चौधरी और स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा शामिल है। तीनों ने कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी को पत्र भेजकर इस्तीफा देने और संगठन के लिए काम करने की पेशकश की थी।
इसके बाद शनिवार सुबह तीनों मंत्रियों के इस्तीफों को स्वीकार कर लिया था।
राजस्थान
लंबे समय से हो रही थी मंत्रिमंडल में बदलाव की मांग
2018 में सत्ता संभालने और पिछले साल तत्कालीन उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की बगावत के करीब 16 महीने बाद अशोक गहलोत सरकार में पहली बार मंत्रिमंडल में बदलाव हो रहा है।
सचिन पायलट लंबे समय से इसकी मांग कर रहे थे और उन्होंने इस सिलसिले में कई बार दिल्ली आकर गांधी परिवार से मुलाकात की थी।
हालिया दिनों में अशोक गहलोत ने भी सोनिया गांधी से मुलाकात कर इस बारे में विचार-विमर्श किया था।