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प्रशांत किशोर ने बिहार में पार्टी की सभी समितियां भंग कीं, बोले- चुनाव में धांधली हुई
प्रशातं किशोर ने बिहार चुनाव में धांधली की ओर इशारा किया है

प्रशांत किशोर ने बिहार में पार्टी की सभी समितियां भंग कीं, बोले- चुनाव में धांधली हुई

लेखन आबिद खान
Nov 23, 2025
11:29 am

क्या है खबर?

बिहार के चुनाव में मिली बड़ी हार के बाद जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने एक और बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने पंचायत से लेकर प्रदेश स्तर तक की पार्टी की सभी समितियों को भंग करने का ऐलान किया है। पार्टी ने कहा कि जब तक नए संगठन का निर्माण नहीं हो जाता है, तब तक समितियां भंग रहेंगी। इसके साथ ही प्रशांत ने चुनावों में धांधली का भी आरोप लगाया।

बयान

प्रशांत बोले- चुनाव में धांधली हुई, लेकिन हमारे पास सबूत नहीं

इंडिया टुडे से बात करते हुए प्रशांत ने कहा, "जिन पार्टियों को लोग जानते नहीं थे, उन्हें लाखों वोट मिले। कुछ लोग मुझसे आवाज उठाने और यह कहने के लिए कह रहे हैं कि EVM में छेड़छाड़ की गई। हारने के बाद लोग ऐसा आरोप लगाते हैं। मेरे पास कोई सबूत नहीं है, लेकिन कई बातें मेल नहीं खातीं। लगता है कि कुछ गड़बड़ हुई है। मतदान के रुझान हमारी टीम को मिले फीडबैक से मेल नहीं खा रहे थे।"

समितियां

12 नेताओं को मिली 12 मंडलों की जिम्मेदारी

जन सुराज पार्टी के प्रवक्ता सैयद मसीह उद्दीन ने कहा, "जन सुराज की राष्ट्रीय परिषद की बैठक हुई थी। इसकी अध्यक्षता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती ने की थी। इसमें बड़ा निर्णय लिया गया है। जब तक नए संगठन का निर्माण नहीं हो जाता है, तब तक समितियां भंग रहेंगी। राज्य के सभी 12 प्रमंडलों की जिम्मेदारी 12 वरिष्ठ नेताओं को दी गई है। वही नए सिरे से संगठन को तैयार करेंगे।"

संपत्ति

प्रशांत ने 90 प्रतिशत संपत्ति दान करने का किया ऐलान

बिहार चुनावी नतीजों के बाद प्रशांत ने भितिहरवा गांधी आश्रम में एक दिन का मौन अनशन किया था। साथ ही उन्होंने अपना दिल्ली का घर छोड़कर 90 प्रतिशत संपत्ति भी दान करने का ऐलान किया है। उनकी संपत्ति 55-60 करोड़ रुपये बताई जाती है। प्रशांत ने कहा था कि वे 15 जनवरी से बिहार संकल्प यात्रा शुरू करेंगे। इस दौरान वे 1.18 लाख वार्डों में उन महिलाओं से मुलाकात करेंगे, जिन्हें नीतीश सरकार ने 10,000 रुपये दिए थे।

नतीजे

बिहार चुनाव में जन सुराज को एक भी सीट नहीं मिली

बिहार चुनाव में प्रशांत की पार्टी ने सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन एक भी सीट नहीं जीत सकी। 233 सीटों पर तो पार्टी के उम्मीदवारों की जमानत तक जब्त हो गई। वोट शेयर के लिहाज से भी पार्टी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। प्रशांत के लिए ये बड़ा झटका है, क्योंकि वे 2 सालों से बिहार में पद यात्रा निकाल रहे थे। प्रशांत ने दावा किया था कि वे 125-130 सीटें जीतेंगे।