
ममता बनर्जी के बिहार-असम जलने वाले बयान पर सियासी घमासान, भाजपा नेताओं ने साधा निशाना
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा द्वारा बुलाए गए बंद के विरोध में ऐसा बयान दे दिया है कि सियासी तूफान खड़ा हो गया है।
ममता ने 28 अगस्त को तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद के स्थापना दिवस कार्यक्रम में कहा था कि अगर पश्चिम बंगाल को जलाया तो असम, उत्तर-पूर्व, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेंगे।
उनके इस बयान पर भाजपा नेताओं ने आपत्ति जताई है।
बयान
सबसे पहले जानिए ममता ने क्या कहा
ममता ने कहा था, "कुछ लोगों को लगता है कि यह बांग्लादेश है। वे हमारी तरह बात करते हैं और हमारी संस्कृति भी एक जैसी है, लेकिन याद रखिए कि बांग्लादेश अलग देश है और भारत अलग देश है। मोदी बाबू कोलकाता के मामले में अपनी पार्टी का इस्तेमाल करके बंगाल में आग लगवा रहे हैं। अगर आपने बंगाल को जलाया तो असम, उत्तर-पूर्व, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेंगे। हम आपकी कुर्सी गिरा देंगे।"
जानकारी
हिमंता सरमा बोले- दीदी हमें आंख न दिखाए
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने लिखा, 'दीदी, असम को धमकाने की आपकी हिम्मत कैसे हुई? हमें लाल आंखें मत दिखाइए। अपनी विफलता की राजनीति से भारत में आग लगाने की कोशिश मत कीजिए। आपको ऐसी विभाजनकारी भाषा में बात करना शोभा नहीं देता।'
मणिपुर
मणिपुर के मुख्यमंत्री ने भी की निंदा
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा, "दीदी ने पूर्वोत्तर को धमकाने की हिम्मत कैसे की? मैं इस तरह की गैरजिम्मेदाराना टिप्पणियों की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। उन्हें पूर्वोत्तर और देश के बाकी हिस्सों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। ममता बनर्जी को विभाजनकारी राजनीति के जरिए हिंसा और नफरत भड़काना तुरंत बंद करना चाहिए। किसी राजनीतिक नेता द्वारा सार्वजनिक मंच पर हिंसा की धमकियां देना बेहद अनुचित है।"
ओडिशा
ओडिशा के मुख्यमंत्री ने कहा- ममता की टिप्पणी देश के लिए खतरनाक
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने कहा, "ममता बनर्जी को किसने अधिकार दिया, ओडिशा के बारे में ऐसे आपत्तिजनक बयान देने का? ओडिशा एक शांतिपूर्ण राज्य है और यहां के लोग जिम्मेदार और जागरूक हैं। ओडिशा के लोग आपके नफरत भरे रवैये, नकारात्मक टिप्पणियों और हमारे राज्य के प्रति असंवेदनशील रवैये को कभी भी स्वीकार नहीं करेंगे। जघन्य अपराध की पीड़िता को न्याय दिए बिना आप जो प्रतिशोधात्मक टिप्पणियां कर रहीं हैं, वो देश के लिए खतरनाक है।"
बंगाल भाजपा अध्यक्ष
बंगाल भाजपा अध्यक्ष ने गृह मंत्री को लिखा पत्र
पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखी है।
उन्होंने कहा, "ममता बनर्जी ने भीड़ को उकसाने वाला बयान दिया है। मैंने कभी बदला नहीं चाहा, लेकिन अब जो करना है वह करो। ममता का यह बयान राज्य के सर्वोच्च पद से बदले की राजनीति का स्पष्ट समर्थन है। उन्होंने बेशर्मी से राष्ट्र-विरोधी बयान दिया है। यह संवैधानिक पद पर बैठने वाले व्यक्ति की आवाज नहीं हो सकती है, यह राष्ट्र-विरोधी की आवाज है।"
मामला
क्या है मामला?
दरअसल, कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेड में डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना के विरोध में छात्र संगठनों ने 27 अगस्त को 'नबन्ना अभिजन' विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया था।
इस दौरान छात्र सचिवालय तक रैली निकाल रहे थे, जहां प्रदर्शन हिंसक हो गया और पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस घटना के विरोध में भाजपा ने 28 अगस्त को 12 घंटे बंद का ऐलान किया था।
ममता ने इसी बंद को लेकर भाजपा पर निशाना साधा था।