प्रधानमंत्री मोदी का ऐलान- नवंबर के अंत तक गरीबों को मिलता रहेगा मुफ्त राशन
क्या है खबर?
देश के नाम संबोधन में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को पांच महीने और बढ़ाने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि इस योजना को अब दिवाली और छठ पूजा तक यानि नवंबर महीने के आखिर तक बढ़ाया जा रहा है।
इसके तहत 80 करोड़ लोगों को अगले पांच महीनों तक प्रति महीने पांच किलो गेंहू या चावल मुफ्त दिया जाएगा। इसके अलावा हर परिवार को प्रति महीने एक किलो चना भी मुफ्त दिया जाएगा।
बयान
योजना के विस्तार पर आया 90,000 करोड़ रुपये का खर्च- प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस विस्तार पर 90,000 करोड़ रुपये का खर्च आएगा और इसमें पिछले तीन महीने का खर्च भी जोड़ दें तो यह 1.5 लाख करोड़ रुपये हो जाता है। बता दें कि लॉकडाउन की शुरूआत से ही ये योजना चल रही है।
शुरूआत
बीमारियों के मौसम में कर रहे प्रवेश- प्रधानमंत्री
देश के नाम अपने संबोधन की शुरूआत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम अनलॉक 2 के साथ-साथ ऐसे मौसम में प्रवेश कर रहे हैं जब बीमारियां बढ़ जाती हैं, इसलिए देशवासियों से प्रार्थना है कि वे अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें।
उन्होंने कहा कि भारत की मृत्यु दर देखें तो अन्य देशों के मुकाबले भारत संभली हुई स्थिति में है और समय पर किए गए लॉकडाउन ने लाखों लोगों की जान बचाई है।
लापरवाही
"अनलॉक शुरू होने के बाद बढ़ी लापरवाही"
सोशल डिस्टेंसिंग में लापरवाही की तरफ ध्यान आकर्षित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "जब से अनलॉक शुरू हुआ है, लोगों में लापरवाही बढ़ गई है। पहले हम बहुत सतर्क थे, लेकिन आज जब ज्यादा सतर्कता की जरूरत है तो लापरवाही बढ़ना चिंता का कारण है।"
उन्होंने कहा कि लोगों को फिर से लॉकडाउन की तरह गंभीरता से नियमों का पालन करना होगा, विशेषकर कंटेनमेंट जोन में। उन्होंने लोगों से नियमों का उल्लंघन करने वालों को टोकने और समझाने को कहा।
सख्त कार्रवाई की जरूरत
"प्रधान हो या प्रधानमंत्री कोई नियमों से ऊपर नहीं"
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि एक देश के प्रधानमंत्री पर 13,000 रुपये का जुर्माना इसलिए लग गया क्योंकि वे सार्वजनिक स्थल पर बिना मास्क पहने गए थे। उन्होंने कहा कि भारत में भी स्थानीय प्रशासन को इसी चुस्ती से काम करना चाहिए और भारत में गांव का प्रधान हो या देश का प्रधानमंत्री, कोई भी नियमों से ऊपर नहीं होना चाहिए।
बता दें कि बुल्गारिया के प्रधानमंत्री बोइको बोरिसोव पर मास्क न पहनने के लिए जुर्माना लगाया गया है।
योजनाएं
प्रधानमंत्री ने गिनाए लॉकडाउन के दौरान गरीबों की मदद के लिए उठाए गए कदम
लॉकडाउन के दौरान गरीबों के लिए अपनी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को गिनाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "लॉकडाउन होते ही सरकार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना लेकर आई। इस योजना के तहत गरीबों के लिए पौने दो लाख करोड़ रुपये का पैकेज दिया गया। बीते तीन महीनों में जनधन खातों में 31,000 करोड़ रुपये जमा करवाए गए। नौ करोड़ किसानोें के बैंक खातों में 18,000 करोड़ रुपये जमा हुए हैं।"
अन्य योजनाएं
इन योजनाओं का भी किया जिक्र
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, "गांवों में श्रमिकों को रोजगार देने के लिए प्रधानमत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान पर तेजी से काम शुरू किया गया है और इस पर 50,000 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।"
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, "लॉकडाउन के दौरान भारत में 80 करोड़ लोगों को तीन महीने का राशन मुफ्त दिया गया है इसके अतिरिक्त प्रत्येक परिवार को हर महीने एक किलो दाल भी दी गई।"
ऐलान
पूरे देश में एक राशन कार्ड पर किया जाएगा कार्य- प्रधानमंत्री
अन्न कल्याण योजना को पांच महीने और बढ़ाने का ऐलान करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इसके साथ-साथ पूरे देश में एक राशन कार्ड पर भी काम किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आज अगर सरकार सबको राशन दे रही है तो इसका मुख्य क्रेडिट अन्नदाता किसान और दूसरा ईमानदार टैक्सपेयर को जाता है। उन्होंने कहा कि किसान ने देश का अन्न भंडार भरा है, इसलिए आज गरीब का चूल्हा जल रहा है।
जानकारी
कोरोना वायरस महामारी की शुरूआत के बाद प्रधानमंत्री का देश के नाम पांचवां संबोधन
बता दें कि कोरोना वायरस के दौर में प्रधानमंत्री मोदी का ये देश के नाम पांचवां संबोधन था। इससे पहले वह जनता कर्फ्यू के ऐलान, लॉकडाउन 1 और लॉकडाउन 2 के ऐलान और आर्थिक पैकेज के ऐलान के लिए देश को संबोधित कर चुके हैं।
जानकारी
बंगाल में जून, 2021 तक मिलेगा मुफ्त राशन- ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी प्रधानमंत्री मोदी की तर्ज पर अगले एक साल यानि जून, 2021 तक राज्य के सभी गरीबों को मुफ्त राशन देने का ऐलान किया है। इसे 2022 बंगाल विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।