संसद में गृह मंत्री बोले- SIR पर विपक्ष झूठ फैला रहा; राहुल गांधी से हुई तीखी बहस
क्या है खबर?
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान आज गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर चर्चा में हिस्सा लिया। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे SIR को लेकर झूठ फैला रहे हैं और देश की जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "SIR पर बहस संसद में नहीं हो सकती, क्योंकि यह मुद्दा चुनाव आयोग के पास है। चुनाव आयोग सरकार के साथ काम नहीं करता है।"
बयान
शाह ने कहा- 4 महीने से झूठ फैला रहा विपक्ष
शाह ने कहा, "चुनाव सुधार की जगह विपक्ष ने ज्यादातार SIR पर की। अब मैं उस पर जवाब दे रहा हूं। SIR पर विपक्ष ने 4 महीने से एकतरफा झूठ फैलाया, जनता को गुमराह किया। चुनाव आयोग संवैधानिक संस्था है। संविधान में आयोग का गठन, मतदाता की परिभाषा, सूची में सुधार के प्रावधान किए गए हैं। जब ये हुआ, तब हमारी पार्टी नहीं थी। इन लोगों ने ही ये प्रावधान बनाए।"
SIR
कांग्रेस के समय भी SIR की प्रक्रिया हुई- शाह
शाह ने कहा, "पहली SIR 1952 में पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के समय हुई थी। कांग्रेस सरकारों के समय भी कई SIR हुए, जिनमें नेहरू और इंदिरा गांधी की सरकारें भी शामिल हैं, 1957, 1961, 1965-66, 1983-84 में। ये चुनाव आयोग का संवैधानिक अधिकार है। राहुल गांधी ने कहा कि हरियाणा में एक ही घर में 501 मतदाता हैं। चुनाव आयोग ने कहा कि यह घर एक एकड़ में फैला हुआ है। वो न तो घर नकली हैं, न मतदाता।"
विरोध
शाह बोले- SIR केवल मतदाता सूची का शुद्धिकरण है
शाह ने आगे कहा, "2000 के बाद 3 बार SIR हुआ और 2 बार भाजपा-NDA की सरकार थी, एक बार मनमोहन सिंह की सरकार थी। तब किसी ने विरोध नहीं किया। यह चुनाव पवित्र रखने की प्रक्रिया है। चुनाव जिस आधार पर होते हैं, वह मतदाता सूची ही अशुद्ध है, तो चुनाव कैसे पवित्र हो सकते हैं। SIR केवल सूची का शुद्धिकरण है। मानता हूं कि कुछ दलों को इस देश के लोग वोट देते नहीं हैं, उनसे सहानुभूति है।"
राहुल गांधी का चैलेंज
राहुल गांधी ने शाह को दी बहस की चुनौती
शाह के संबोधन के दौरान ही संसद में खूब हंगामा भी हुआ। इस पर शाह ने कहा, "2 बड़े जब बोलें तो बीच में नहीं बोलते। मैं आधी रात तक सदन में बैठने को तैयार हूं। चर्चा को तैयार हूं। मैं विपक्ष के सभी सवालों के जवाब देने को तैयार हूं।" इसके बाद लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने शाह को बहस के लिए खुली चुनौती दे दी।
बहस
राहुल और शाह में क्या बहस हुई?
शाह के संबोधन के दौरान राहुल ने कहा, "शाह जी मैं आपको चुनौती देता हूं। आप मेरी वोट चोरी की तीनों प्रेस कॉन्फ्रेंस पर चर्चां करें।" इस पर शाह ने कहा, "मैं तय करूंगा कैसा जवाब देना है। मैं सभी जवाब दूंगा। मेरे भाषण का क्रम मैं तय करूंगा, नेता प्रतिपक्ष नहीं।" इसके बाद राहुल बोले, "शाह जी की प्रतिक्रिया पूरी तरह से घबराई हुई है। डरी हुई प्रतिक्रिया है।"