राहुल गांधी ने केंद्रीय सूचना आयुक्त के प्रस्तावित नामों को अस्वीकारें, लिखित में दी असहमति
क्या है खबर?
केंद्रीय सूचना आयोग (CIC) में मुख्य सूचना आयुक्त की नियुक्ति के लिए बुधवार को एक उच्च स्तरीय बैठक हुई, जिसमें लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी काफी समय बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठे। इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल ने CIC पद के लिए प्रस्तावित नाम अस्वीकार कर दिए और लिखित में अपनी असहमति दी। शाह दोपहर करीब 1 बजे प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) पहुंचे, जबकि राहुल और शाह 2:30 बजे वहां से निकल गए।
बैठक
प्रस्तावित तीनों नामों पर राहुल की असहमति
बताया जा रहा है कि बुधवार को CIC और केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) समेत अन्य प्रमुख पारदर्शिता निकायों में नियुक्ति के लिए करीब 3 बैठक हुई थी। पैनल में शामिल एक भी नाम राहुल गांधी को मंजूर नहीं था। बताया जा रहा है कि वह अपने साथ असहमति का पत्र लेकर गए थे और केंद्र द्वारा सूचीबद्ध नामों को अस्वीकार कर पत्र सौंप दिया। सूचना आयुक्त के लिए 3 नाम प्रस्तावित किए गए थे।
असहमति
राहुल ने संसद में भी उठाया था ये मुद्दा
सूचना के अधिकार अधिनियम की धारा 12 (3) के तहत CIC के चुनाव के लिए बनाई गई 3 सदस्यीय समिति के अध्यक्ष प्रधानमंत्री होते हैं और इसमें नेता प्रतिपक्ष और प्रधानमंत्री द्वारा नामित एक केंद्रीय मंत्री शामिल होते हैं। तीनों मिलकर मुख्य सूचना आयुक्त और सूचना आयुक्तों की नियुक्ति के लिए नामों का चयन करते हैं। राहुल ने मंगलवार को लोकसभा में भाषण देते हुए कहा था कि ऐसी बैठकों में उनकी कोई आवाज नहीं होती क्योंकि अनुपात 2:1 है।
जानकारी
केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को किया था सूचित
केंद्र सरकार ने 1 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली समिति केंद्रीय सूचना आयोग के CIC और सूचना आयुक्तों के पदों के लिए नामों का चयन और सिफारिश करने के लिए 10 दिसंबर को बैठक करेगी।