
बिहार की मसौदा मतदाता सूची पर नहीं आई किसी भी राजनीतिक दल की आपत्ति- चुनाव आयोग
क्या है खबर?
बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर तमाम विपक्षी दलों द्वारा सवाल उठाने के बाद भी इसकी मसौदा मतदाता सूची पर किसी भी राजनीतिक दल ने कोई दावा या आपत्ति दर्ज नहीं की है। चुनाव आयोग ने रविवार को इसका खुलासा किया है। बता दें कि आयोग ने 1 अगस्त को SIR मसौदा मतदाता सूची जारी की थी, लेकिन 10 दिन बाद तक इस पर किसी भी राजनीतिक दल ने आपत्ति दर्ज नहीं कराई है।
शिकायत
मतदाताओं से मिली 8,341 शिकायतें
आयोग ने बताया कि 1 अगस्त को मसौदा सूचियों के प्रकाशन के बाद से उसे मतदाताओं से सीधे 8,341 दावे और आपत्तियां मिली हैं। इसके अलावा, 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के नए मतदाताओं द्वारा 46,588 फॉर्म दाखिल किए गए। SIR नियमों के तहत, निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी या सहायक निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी के आदेश के बिना जांच और निष्पक्ष सुनवाई के बाद भी किसी का भी नाम सूची से नहीं हटाया जा सकता है।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें चुनाव आयोग की पोस्ट
BIHAR SIR 2025: DAILY BULLETIN
— Election Commission of India (@ECISVEEP) August 10, 2025
🗓️1st Aug (3 PM) till 10th Aug (3 PM)
Read in detail 👇 https://t.co/02HbOwKeUB pic.twitter.com/0tiSmCrCmk
आरोप
विपक्ष ने SIR को लेकर लगाए कई आरोप
बिहार की मतदाता सूची में संशोधन को लेकर संसद में INDIA ब्लॉक ने विरोध जताया है। विपक्ष का दावा है कि इस प्रक्रिया के परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम हटाए जा सकते हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर चुनावों की कोरियोग्राफिंग करने का आरोप लगाया है। कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा में कथित अनियमितताओं का हवाला देते हुए उन्होंने दावा किया कि भाजपा को सीट जिताने के लिए 1,00,250 वोट चुराए गए।