बेअदबी के दोषियों को सरेआम फांसी दी जाए- नवजोत सिंह सिद्धू
क्या है खबर?
पंजाब कांग्रेस के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार को विवादित बयान देते हुए पवित्र ग्रंथों की बेअदबी के दोषी पाए जाने वाले लोगों को सरेआम फांसी देने की मांग की।
राज्य में 24 घंटे के अंदर बेअदबी के दो मामलों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि ये पंजाब की शांति को भंग करने की साजिश है, लेकिन कोई भी विभानजकारी शक्ति पंजाबी समुदाय के मजबूत सामाजिक ताने-बाने को नष्ट नहीं कर सकती।
बयान
सिद्धू ने क्या-क्या कहा?
रविवार को मलेरकोटला में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सिद्धू ने कहा कि पंजाब में समाज को कमजोर और खत्म करने की साजिश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि बेअदबी की घटनाओं से लोगों की भावनाएं आहत होती हैं और ऐसा मामलों के दोषियों को सरेआम फांसी दी जानी चाहिए।
सिद्धू ने कहा कि चाहें श्री गुरूग्रंथ साहिब की बेअदबी हो या कुरान शरीफ और भगवद गीता की, दोषियों को सार्वजनिक तौर पर फांसी दी जानी चाहिए।
तनाव
बेअदबी के मामलों के कारण पंजाब में बना हुआ है तनाव
सिद्धू ने ये बयान ऐसे समय पर दिया है जब पंजाब में बेअदबी के मामलों को लेकर तनाव बना हुआ है और राजनीतिक पार्टियां मामले में फूंक-फूंक कर कदम रख रही हैं।
सभी पार्टियों ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर और कपूरथला में बेअदबी की कोशिशों की आलोचना तो की है, लेकिन दोनों ही घटनाओं में आरोपियों की लिंचिंग पर कुछ नहीं कहा है।
पार्टियों को डर है कि ऐसा करने पर उन्हें चुनाव में नुकसान उठाना पड़ सकता है।
घटनाएं
स्वर्ण मंदिर और कपूरथला में क्या हुआ था?
शनिवार शाम को एक शख्स ने स्वर्ण मंदिर में घुसकर पवित्र प्रतीकों की बेअदबी करने की कोशिश की थी। वह रेलिंग फांदकर गुरू ग्रंथ साहिब के पास आ गया था और वहां रखी तलवार को उठाने की कोशिश की थी। जवाब में भीड़ ने उसे पीट-पीटकर मार दिया।
इस घटना को 24 घंटे भी नहीं हुए थे कि कपूरथला में सिखों के धार्मिक झंडे निशान साहिब का अपमान करने के आरोप में एक शख्स की लिंचिंग कर दी गई।
पहचान
अभी तक नहीं हुई आरोपियों की पहचान
दोनों ही मामलों में अभी तक आरोपियों की पहचान नहीं हुई है और पुलिस लगातार इस दिशा में प्रयास कर रही है।
कपूरथला मामले में तो अभी तक हत्या की FIR भी दर्ज नहीं की गई है। पुलिस ने कहा है कि ये बेअदबी का नहीं बल्कि चोरी का मामला प्रतीत होता है।
पंजाब सरकार ने स्वर्ण मंदिर के मामले में एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन भी किया है जिसे दो दिन के अंदर रिपोर्ट देनी है।