अमृतसर: स्वर्ण मंदिर में बेअदबी की कोशिश के आरोपी को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला
शनिवार को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में सिखों के पवित्र ग्रंथ की बेअदबी करने के प्रयास करने के आरोपी को पीट-पीट कर मार डाला गया। मृतक युवक की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है और उसके शव को अस्पताल में रखा गया है। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बेअदबी के प्रयास की निंदा करते हुए प्रशासन की मामले की तह तक जाने को कहा है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
क्या है मामला?
शनिवार शाम स्वर्ण मंदिर में पाठ चल रहा था, तभी एक युवक रेलिंग फांदकर गुरु ग्रंथ साहिब के पास आ गया और वहां रखी तलवार उठाने की कोशिश की। हालांकि, वह अपनी कोशिश में कामयाब नहीं हो पाया और वहां बैठे संगत के सदस्यों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस को मामले की सूचना दी। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों का आरोप है कि युवक ने गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का प्रयास किया था।
पुलिस का क्या कहना है?
घटना की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचे अमृतसर के DCP परमिंदर सिंह भंडाल ने कहा कि 24-25 साल का एक युवक स्वर्ण मंदिर में उस जगह घुस आया, जहां गुरु ग्रंथ साहिब रखे हैं। उसने तलवार से गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी की कोशिश की, लेकिन संगत के लोग उसे पकड़कर बाहर ले गए। बाद में पिटाई में आरोपी की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि मृतक के शव को सिविल अस्पताल में रखा गया है।
पूछताछ में आरोपी ने कुछ नहीं बताया- सूत्र
इंडियन एक्सप्रेस ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के एक सदस्य के हवाले से लिखा है कि युवक ने शाम 5:50 मिनट के करीब पाठ के दौरान रेलिंग फांदकर तलवार उठा ली। उसे जल्द ही वहां मौजूद लोगों ने दबोच लिया। सूत्रों का कहना है कि आरोपी से पहले पूछताछ की गई थी, लेकिन उसने कुछ नहीं बताया और न ही उसके कोई पास दस्तावेज मिला है। बाद में पिटाई में युवक की मौत हो गई।
चार दिनों में बेअदबी का दूसरा मामला
बीते चार दिनों में स्वर्ण मंदिर में यह बेअदबी की दूसरा मामला सामने आया है। बुधवार को एक शख्स ने गुटका साहिब को सरोवर में फेंक दिया था। संगत के लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था।
मुख्यमंत्री ने क्या प्रतिक्रिया दी है?
मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से किए गए ट्वीट में कहा गया है कि चरणजीत सिंह चन्नी ने इस गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के प्रयास की निंदा की है। उन्होंने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं ताकि इस घटना की मंशा और इसके असल साजिशकर्ताओं का पता लगाया जा सके। मुख्यमंत्री चन्नी ने SGPC प्रमुख से बात कर आश्वासन दिया है मामले की तह तक जाने में सरकार उनका पूरा सहयोग करेगी।
विपक्ष ने घटना की निंदा की
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह एक व्यक्ति का काम नहीं हो सकता। इसके पीछे गहरी साजिश है। उनके बेटे और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि इस घटना ने सिख समुदाय को हिलाकर रख दिया है। यह सिखों के मन को ठेस पहुंचाने वाली और राज्य में शांति बिगाड़ने की साजिश लगती है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी मामले की गहन जांच की मांग की है।