MCD चुनाव की मतगणना शुरू, AAP और भाजपा में टक्कर
दिल्ली नगर निगम (MCD) चुनाव की मतगणना शुरू हो गई है। शुरुआती रुझानों में आम आदमी पार्टी (AAP) और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर है। निगम की सभी 250 सीटों पर 4 नवंबर को मतदान हुआ था जिसमें लगभग 50 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। मतगणना में आज 1,349 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा। AAP और भाजपा ने सभी 250 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, वहीं कांग्रेस के 247 उम्मीदवार मैदान में हैं।
मुख्य मुकाबला AAP और भाजपा के बीच
MCD चुनाव में मुख्य मुकाबला AAP और भाजपा के बीच है और यह एक तरीके से प्रतिष्ठा का विषय बन गया है। दिल्ली की सत्ता पर काबिज AAP पहली बार MCD जीतने की कोशिश में लगी हुई है, वहीं दो दशक से अधिक समय से MCD में सत्तारूढ़ भाजपा इस पर अपना कब्जा बरकरार रखना चाहती है। राजधानी दिल्ली की राजनीति में पिछड़ी कांग्रेस भी चुनाव में उल्लेखनीय प्रदर्शन कर खुद की मौजूदगी दर्ज कराने की कोशिश करेगी।
एग्जिट पोल्स ने लगाया है AAP के क्लीन स्वीप का अनुमान
सोमवार शाम को आए एग्जिट पोल्स में MCD में पहली बार AAP की सरकार बनने का अनुमान लगाया गया है। इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया के पोल में 250 सीटों में से AAP को 149-171 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है, वहीं भाजपा को 69-91 सीटें और कांग्रेस को तीन-सात सीटें मिल सकती हैं। न्यूज एक्स-जन की बात के पोल में AAP को 159-175, भाजपा को 70-92 और कांग्रेस को चार-सात सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है।
दिल्ली की सफाई रहा था चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा
AAP ने नगर निगम चुनाव के लिए शहर की सफाई को एक बड़ा मुद्दा बनाया था। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गाजीपुर लैंडफिल स्थित कूड़े के पहाड़ों का दौरा किया था और यहां से भाजपा पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि इस बार MCD चुनाव दिल्ली की सफाई पर होगा और अगर पांच साल में उन्होंने दिल्ली को साफ नहीं किया तो जनता उन्हें दोबारा वोट न दे। भाजपा ने सफाई कराने का वादा किया था।
क्या रहे थे पिछले चुनाव के नतीजे?
2017 में हुए पिछले MCD चुनाव में भाजपा ने तीनों नगर निगमों में कुल मिलाकर 181 वार्डों पर जीत हासिल की थी। दूसरे नंबर पर रही AAP को 48 वार्ड से संतोष करना पड़ा था, वहीं कांग्रेस को 30 वार्ड में जीत मिली थी।
तीनों नगर निगमों के एकीकरण के बाद पहले MCD चुनाव
गौरतलब है कि दिल्ली में तीनों नगर निगमों का एकीकरण कर दिया गया है और इसके बाद ये चुनाव हैं। केंद्र सरकार ने कानून लाकर दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (SDMC), उत्तरी दिल्ली नगर निगम (NDMC) और पूर्वी दिल्ली नगर निगम (EDMC) का एकीकरण किया है और परिसीमन के बाद सीटों की संख्या 272 से घटकर 250 रह गई है। इस एकीकरण के कारण चुनाव में देरी हुई है और AAP ने इसे लेकर भाजपा पर निशाना साधा था।