मनीष सिसोदिया का दावा- CBI ने जारी किया लुकआउट सर्कुलर, विदेश जाने पर रोक लगाई गई
क्या है खबर?
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आज दावा किया कि नई शराब नीति से संबंधित मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने उनके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया है और उनके विदेश जाने पर रोक लगा दी गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वह यह सोचते रहते हैं कि किसके घर CBI भेजें और किसकी सरकार गिराएं, जबकि अरविंद केजरीवाल स्कूल ठीक करने और रोजगार देने की सोचते हैं।
ट्वीट
मैं खुलेआम घूम रहा हूं, बताइए कहां आना है- सिसोदिया
सिसोदिया ने आज सुबह ट्वीट करते हुए उनके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी होने का दावा किया।
अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'आपकी सारी रेड फेल हो गईं, कुछ नहीं मिला, एक पैसे की हेरा फेरी नहीं मिली, अब आपने लुकआउट नोटिस जारी किया है कि मनीष सिसोदिया मिल नहीं रहा। ये क्या नौटंकी है मोदी जी? मैं खुलेआम दिल्ली में घूम रहा हूं, बताइए कहां आना है? आपको मैं मिल नहीं रहा?'
बयान
सिसोदिया बोले- 14 घंटे के छापे में मेरे खिलाफ कुछ नहीं मिला
मामले पर NDTV से बाते करते हुए सिसोदिया ने कहा कि 14 घंटे के छापे में उनके खिलाफ कुछ नहीं मिला।
उन्हंने कहा, " जिन लोगों ने CBI से FIR करवाई है, छापा मरवाया है, वह मेरी गिरफ्तारी करवाने की कोशिश कर रहे हैं। उनकी मंशा घोटाले की जांच नहीं है। अगर शराब घोटाले की चिंता होती तो गुजरात में हर साल 10,000 करोड़ का घोटाला होता है। लोग जहरीली शराब पीकर मर रहे हैं।"
हमला
सिसोदिया ने प्रधानमंत्री पर भी साधा निशाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए सिसोदिया ने कहा, " मोदी जी केवल यह सोचते हैं CBI किसके घर भेजें, किसकी सरकार गिराए जाए, जबकि अरविंद केजरीवाल सोचते हैं कैसे स्कूल ठीक किए जाएं, कैसे रोजगार दिए जाएं, कैसे महंगाई दूर की जाए... इनकी नीयत यही है कि 2024 में अरविंद केजरीवाल एक ऐसे चेहरे के रूप में उभर रहे हैं, जो नरेंद्र मोदी को चुनौती दे सकते हैं, इनकी नीयत इसी को रोकने की है।"
जानकारी
CBI के सूत्रों ने किया लुकआउट नोटिस जारी करने से इनकार
सिसोदिया के इन दावों के विपरीत CBI ने उनके खिलाफ किसी भी तरह का लुकआउट नोटिस जारी करने से इनकार किया है। उसके सूत्रों ने NDTV से यह बात कही और सिसोदिया के विदेश जाने पर रोक लगाने के आरोप को भी खारिज किया।
आरोप
सिसोदिया पर क्या आरोप हैं?
सिसोदिया पर कमीशन लेकर शराब की दुकानों का लाइसेंस लेने वालों को अनुचित फायदा पहुंचाने का आरोप है।
उन पर विदेशी शराब की कीमत में बदलाव करने और बीयर से आयात शुल्क हटाने का आरोप है जिसके कारण विदेशी शराब और बीयर सस्ती हो गईं और राजकोष को नुकसान हुआ।
सिसोदिया पर उपराज्यपाल की मंजूरी लिए बिना कोविड महामारी का हवाला देकर 144.36 करोड़ रुपये की निविदा लाइसेंस फीस माफ करने का आरोप भी है।
जांच
उपराज्यपाल की सिफारिश पर मामले की जांच कर रही है CBI
दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार ने 8 जुलाई को सिसोदिया, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को भेजी गई अपनी रिपोर्ट में ये आरोप लगाए थे।
इस रिपोर्ट के बाद उपराज्यपाल ने मामले की CBI जांच की सिफारिश की और भ्रष्टाचार के लिए सिसोदिया को जिम्मेदार ठहराया।
CBI ने मामले में सिसोदिया समेत 15 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है और शुक्रवार को सिसोदिया के घर पर छापा मारा था।