टि्वटर के पक्ष में उतरी ममता बनर्जी, कहा- उसे प्रभावहीन करने का प्रयास कर रही सरकार
अमूमन सभी मामलों में केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अब नए IT नियमों की पालना को लेकर कार्रवाई का सामना कर रही माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर के पक्ष में उतर आई है। उन्होंने मामले में गुरुवार को केंद्र की भाजपा नीत सरकार पर निशाना साधते हुए उस पर टि्वटर को नियंत्रित करते हुए प्रभावहीन करने का कठोर प्रयास करने करने का आरोप लगाया है।
क्या है नई गाइडलाइंस का पूरा मामला?
केंद्र सरकार ने इस साल 25 फरवरी को नए IT नियम जारी किए थे। इनमें कंपनियों को भारत में अपने अधिकारी और ऑफिस का पता, शिकायत सुनने वाले अधिकारी की नियुक्ति, शिकायत समाधान, आपत्तिजनक कंटेट की निगरानी, सबसे पहले मैसेज भेजने वाले की जानकारी देना, शिकायत रिपोर्ट और आपत्तिजनक सामग्री हटाने जैसे नियम शामिल थे। सभी कंपनियों को इन नियमों को लागू करने के लिए तीन महीने का समय दिया गया था।
सरकार ने टि्वटर से वापस लिया मध्यस्थ का दर्जा और कानूनी सुरक्षा
टि्वटर द्वारा नए IT नियमों की पालना नहीं करने पर केंद्र ने उसे 26 मई को पहला और 5 जून को आखिरी नोटिस भेजकर नियमों की पालना के लिए कहा था। इसके बाद टि्वटर द्वारा नियमों की पालना नहीं करने पर बुधवार को सरकार ने उससे सोशल मीडिया मध्यस्थ का दर्जा और कानूनी कार्रवाई से सुरक्षा का अधिकार को वापस ले लिया है। ऐसे में अब ट्विटर को यूजर्स के कंटेट के होस्टिंग प्लेटफॉर्म की जगह एक पब्लिशर माना जाएगा।
कार्रवाई को लेकर सरकार ने दी यह दलील
मामले में केंद्रीय सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को कहा कि सरकार किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बैन के पक्ष में नहीं है, लेकिन कानूनों की पालना तो सभी करनी ही होगी। उन्होंने कहा कि यदि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति सहित आधी आधी सरकार ट्विटर पर है तो यह जाहिर होता है कि सरकार निष्पक्ष हैं, लेकिन नियम तो नियम है। ऐसे में सभी प्लेटफॉर्म्स को नए IT नियमों का पालन करना ही होगा।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लिया टि्वटर का पक्ष
इधर, टि्वटर पर कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री बनर्जी ने केंद्र पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, "मैं कार्रवाई की निंदा करती हूं। वो ट्विटर को नियंत्रित नहीं कर सकते तो अब उसे प्रभावहीन करने का प्रयास कर रहे हैं।" उन्होंने कहा, "वे (केंद्र सरकार) हर उस व्यक्ति के साथ यही कर रहे हैं, जिसे अपने पक्ष में नहीं ला पा रहे हैं। वे मुझे नियंत्रित नहीं कर सकते, इसलिए मेरी सरकार को भी प्रभावहीन करने की कोशिश कर रहे हैं।"
मुख्यमंत्री बनर्जी ने किया राजनीतिक हिंसा के दावों को खारिज
पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा की ओर से लगाए गए राज्य में राजनीतिक हिंसा के आरोपों को भी मुख्यमंत्री बनर्जी ने पूरी तरह से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, "यह एक नौटंकी है और सभी दावे पूरी तरह से निराधार हैं। राज्य में वर्तमान में कोई भी राजनीतिक हिंसा नहीं हो रही है। एक या दो छिटपुट घटनाएं हो सकती हैं, लेकिन उन्हें राजनीतिक हिंसा की घटनाएं नहीं कहा जा सकता है।"