नीतीश कुमार फिर बदलेंगे पाला? लालू यादव के 'दरवाजे खुले हैं' बयान पर दिया ये जवाब
क्या है खबर?
बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। उससे पहले नीतीश कुमार पर सबकी नजरें हैं, क्योंकि वे अपने सियासी करियर में कई बार पाला बदल चुके हैं।
अब राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने नीतीश को खुला ऑफर दिया है। लालू ने कहा कि अगर नीतीश महागठबंधन में आना चाहें तो दरवाजे खुले हुए हैं।
लालू के इस बयान पर नीतीश की प्रतिक्रिया भी सामने आई है।
लालू का बयान
क्या बोले लालू यादव?
एक यूट्यब चैनल से बातचीत में लालू यादव ने कहा, "अगर नीतीश कुमार आते हैं तो क्यों नहीं उनको साथ लेंगे। रहें साथ में काम करें।"
जब उनसे पूछा गया कि नीतीश आएंगे तो RJD उनसे गठबंधन कर लेगी? इस पर लालू ने कहा, "हां उन्हें हम अपने साथ रख लेंगे। सारी गलती माफ कर देंगे, माफ करना ही हमारा फर्ज है। वह बार-बार भाग जाते हैं। निकल जाते हैं। अगर वह फिर आएंगे तो रख लेंगे।"
नीतीश
लालू के ऑफर पर मुस्कुराकर चले गए नीतीश
2 जनवरी को बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के शपथ ग्रहण समारोह में नीतीश शामिल हुए थे।
समारोह के बाद जब वे मीडिया के सामने आए तो पत्रकारों ने लालू के बयान पर उनकी प्रतिक्रिया जाननी चाही। इससे जुड़ा सवाल सुनने के बाद नीतीश कोई भी बयान देने से बचते नजर आए और हाथ जोड़कर मुस्कुराते हुए चले गए।
उनकी चुप्पी और इस अंदाज ने अटकलों को और बढ़ा दिया है।
बयान
मामले पर बाकी नेताओं का क्या कहना है?
JDU नेता ललन सिंह ने कहा, "लालू जी क्या बोलते हैं, नहीं बोलते हैं ये उनके ऊपर है। सभी को अपनी बात रखने की स्वतंत्रता है। हम सिर्फ एक बात कहना चाहते हैं कि हम पहले भी NDA के साथ थे और आगे भी मजबूती से NDA के साथ रहने वाले हैं।"
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा, "लालू जी के बारे में नीतीश को काफी कुछ पता है। ऐसे में उन्हें डर है कि कहीं वे कुछ बोल ना दें।"
नाराजगी
नीतीश की भाजपा से नाराजगी की अटकलें
पिछले कुछ दिनों से नीतीश और भाजपा के बीच नाराजगी की खबरें हैं।
हाल ही में पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह के निधन के बाद नीतीश दिल्ली में उनके परिवारवालों से मुलाकात कर वापस आ गए थे। यहां उनका भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने का कार्यक्रम था, लेकिन वे किसी भी भाजपा नेता से मिले बिना ही पटना लौट आए थे।
इसके बाद से नीतीश की नाराजगी की अटकलें तेज हो गई हैं।
पाला
कई बार पाला बदल चुके हैं नीतीश
लोकसभा चुनावों से पहले विपक्षी गठबंधन INDIA को बनाने में अहम भूमिका रही है। गठबंधन की पहली बैठक भी पटना में ही हुई थी।
हालांकि, चुनावों से ठीक पहले कथित तौर पर नाराजगी के बाद नीतीश NDA में शामिल हो गए थे।
उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और NDA में रहते हुए 9वीं बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
नीतीश इससे पहले भी कई बार पाला बदल चुके हैं।