AAP सरकार को गिराना चाहती है भाजपा, 7 विधायकों से किया था संपर्क- केजरीवाल
बिहार में चल रही सियासी उठापटक के बीच अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने आम आदमी पार्टी (AAP) के 7 विधायकों से संपर्क किया और उन्हें भाजपा में शामिल होने के लिए 25 करोड़ रुपये की पेशकश की। केजरीवाल ने दावा किया कि विधायकों को शराब घोटाले में मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी की धमकी देकर पार्टी बदलने का दबाव डाला गया।
क्या बोले केजरीवाल?
केजरीवाल ने एक्स पर लिखा, 'हाल ही में उन्होंने (भाजपा) दिल्ली के हमारे 7 विधायकों से संपर्क किया और कहा कि हम कुछ दिनों के बाद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लेंगे। उसके बाद हम विधायकों को तोड़ देंगे। 21 विधायकों से बात हो चुकी है। दूसरों से भी बात कर रहे हैं। उसके बाद हम AAP की सरकार गिरा देंगे। आप भी आ सकते हैं। 25 करोड़ रुपये देंगे और भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़वा देंगे।'
सरकार गिराने का षडयंत्र रच रही भाजपा- केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा, 'उन्होंने अभी तक 7 विधायकों को ही संपर्क किया है और सबने मना कर दिया। इसका मतलब किसी शराब घोटाले की जांच के लिए मुझे गिरफ्तार नहीं किया जा रहा, बल्कि AAP की सरकार गिराने के लिए षड्यंत्र कर रहे हैं। पिछले 9 सालों में हमारी सरकार गिराने के लिए इन्होंने कई षड्यंत्र किए, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। भगवान ने और जनता ने हमेशा हमारा साथ दिया। हमारे सभी विधायक भी मजबूती से साथ हैं।'
आतिशी ने भी भाजपा पर लगाए आरोप
दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने भी भाजपा पर राजनीतिक अशांति पैदा करने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "रिकॉर्डिंग में एक भाजपा नेता AAP विधायक से कह रहा है कि केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। 21 विधायकों को खरीद लिया जाएगा और सरकार को गिरा दिया जाएगा। यही भाजपा के काम करने का तरीका है। उन्होंने मध्य प्रदेश, कर्नाटक, अरुणाचल प्रदेश में सरकारें गिरा दी हैं।"
शराब घोटाले में भी घिरे हैं केजरीवाल
केजरीवाल के नाम दिल्ली के शराब घोटाले में भी सामने आया है। उन पर घोटाले से जुड़े एक आरोपी से बात करने और मिलने का आरोप है। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) कई बार केजरीवाल को समन जारी कर चुकी है, लेकिन वे एक बार भी पेश नहीं हुए हैं। केजरीवाल का कहना है कि ED उन्हें गिरफ्तार करना चाहती है। इसी घोटाले में मनीष सिसोदिया और सांसद संजय सिंह पहले से ही जेल में हैं।
क्या है दिल्ली विधानसभा की स्थिति?
दिल्ली में विधानसभा की 70 सीटें हैं और बहुमत के लिए 36 सीटों की जरूरत है। 2020 में हुए विधानसभा चुनावों में AAP 62 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। भाजपा को 8 सीटें मिली थीं और कभी लगातार कई सालों तक दिल्ली की सत्ता में रही कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था। नतीजों के बाद केजरीवाल ने लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।