राष्ट्रपति चुनाव: तेलंगाना के मुख्यमंत्री की पार्टी का यशवंत सिन्हा को समर्थन देने का ऐलान
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) ने राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को समर्थन देने का ऐलान किया है। पार्टी के फैसले का ऐलान करते हुए तेलंगाना के मंत्री केटी रामाराव ने कहा कि सिन्हा के नामांकन के समय वह मौजूद रहेंगे। TRS राष्ट्रपति चुनाव की रणनीति के लिए बुलाई गई विपक्षी की बैठक में शामिल नहीं हुई थी और अब तक सिन्हा को समर्थन देने का ऐलान नहीं किया था।
आज नामांकन दाखिल करेंगे यशवंत सिन्हा
यशवंत सिन्हा आज राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल करेंगे। इस दौरान उनके साथ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार समेत कई बड़े विपक्षी नेता मौजूद रहेंगे। सिन्हा ने कहा है कि अगर वह राष्ट्रपति बने तो NDA की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू से अधिक संवैधानिक होंगे। उन्होंने कहा कि उनकी मुर्मू से कोई निजी लड़ाई नहीं है, लेकिन ये चुनाव भारत के संविधान को बचाने का है। मुर्मू शुक्रवार को ही नामांकन दाखिल कर चुकी हैं।
कैसा रहा है यशवंत सिन्हा का राजनीतिक सफर?
पटना के एक मध्यवर्गीय परिवार में जन्मे यशवंत सिन्हा ने अपने पेशेवर करियर की शुरूआत IAS अधिकारी के तौर पर की थी। उन्होंने 26 साल तक इस पद पर अपनी सेवाएं दीं। सिन्हा 1984 में नौकरी छोड़कर राजनीति में आ गए और जनता पार्टी से बनी विभिन्न पार्टियों से होते हुए भाजपा में पहुंचे। वह 1999-2004 की अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में पहले वित्त मंत्री और फिर विदेश मंत्री रहे। 2021 में वह तृणमूल कांग्रेस (TMC) में शामिल हुए।
राष्ट्रपति चुनाव में क्या समीकरण बन रहे?
सभी राज्यों के विधायक और लोकसभा और राज्यसभा सांसद मिलकर राष्ट्रपति का चुनाव करते हैं। राज्यों के हिसाब से विधायकों के वोटों की वैल्यू अलग-अलग होती है, वहीं सांसदों के वोटों की वैल्यू एक समान होती है। राष्ट्रपति चुनाव में पड़ने वाले वोटों की वैल्यू कुल मिलाकर 10.86 लाख होती है और चुनाव जीतने के लिए 5.43 लाख वोट चाहिए। भाजपा, उसके सहयोगियों और समर्थन करने वाली पार्टियों के पास कुल 5.57 लाख वैल्यू के वोट हैं।
अगर चुनाव जीतीं तो पहली आदिवासी राष्ट्रपति होंगी मुर्मू
जैसा कि आंकड़ों से लगभग तय लग रहा है, अगर द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति चुनाव जीतती हैं तो वह भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति होंगी। वह ओडिशा से आने वाली देश की पहली राष्ट्रपति भी होंगी। इसके साथ ही वह देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति भी बन जाएंगी। उनसे पहले केवल प्रतिभा पाटिल राष्ट्रपति रही हैं। अगला राष्ट्रपति मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की जगह लेंगी जिनका कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है।