कपिल सिब्बल और हार्दिक पटेल समेत हालिया महीनों में ये नेता छोड़ चुके हैं कांग्रेस
क्या है खबर?
कपिल सिब्बल के जाने के साथ कांग्रेस छोड़कर जाने वाले नेताओं की सूची और लंबी हो गई है।
हाल ही में चिंतन शिविर कर नए उत्साह के साथ आगे बढ़ने की कोशिश कर रही कांग्रेस के लिए सिब्बल का जाना बड़ा झटका है।
हालांकि, कांग्रेस के लिए यह झटका नया नहीं है। बीते कुछ समय पर नजर डालें तो कांग्रेस के कई बड़े नेता पार्टी को छोड़कर जा चुके हैं।
आइये, जानते हैं कि किन नेताओं ने पार्टी छोड़ी है।
जानकारी
सपा के समर्थन से राज्यसभा जाएंगे कपिल सिब्बल
कपिल सिब्बल ने बुधवार को स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर राज्यसभा के लिए नामांकन किया है।
इस मौके पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव और रामगोपाल वर्मा उनके साथ मौजूद थे। सपा के सहयोग से राज्यसभा का उनका सफर आसान लग रहा है।
कांग्रेस के बागी नेताओं के समूह में शामिल रहे सिब्बल लगातार गांधी परिवार और कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठाते आए थे। उन्होंने कांग्रेस में आमूलचूल बदलाव की मांग को लेकर सोनिया गांधी को पत्र भी लिखा था।
पंजाब
कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए सुनील जाखड़
पूर्व पंजाब कांग्रेस प्रमुख सुनील जाखड़ ने इसी महीने भाजपा का दामना थामा है। गौरतलब है कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी के खिलाफ बयान के कारण उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई हुई थी और वो इससे नाराज थे।
फेसबुक लाइव में अपने इस्तीफे का ऐलान करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व चापलूसों से घिरा हुआ है और सिर्फ इसी वजह से कांग्रेस को नुकसान हो रहा है। उसे दोस्त और दुश्मनों की पहचान नहीं है।
गुजरात
नेतृत्व से नाराजगी के कारण हार्दिक पटेल ने छोड़ी कांग्रेस
गुजरात के युवा नेता हार्दिक पटेल ने भी इसी महीने कांग्रेस से इस्तीफा दिया था।
अपने इस्तीफे में हार्दिक पटेल ने पार्टी और इसके शीर्ष नेतृत्व पर जमकर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस देशहित और समाजहित के विपरीत कार्य कर रही है और केवल केंद्र के विरोध की राजनीति तक सीमित रह गई है।
पटेल ने कहा कि जब भी देश संकट में था और उसे कांग्रेस की सबसे ज्यादा जरूरत थी, उसके नेता विदेश में थे।
पंजाब
विधानसभा चुनाव से पहले अश्विनी कुमार ने छोड़ा था दामन
इसी साल फरवरी में पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने पार्टी को अलविदा कहा था।
कुमार पिछले चार दशकों से पार्टी के साथ जुड़े हुए थे और उन्हें अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी का सबसे करीबी और वफादार नेता माना जाता था।
पार्टी छोड़ते हुए उन्होंने कहा था कि कांग्रेस की आंतरिक सोच ने अन्य नेताओं का महत्व कम किया है और यही पार्टी के कमजोर होने का सबसे बड़ा कारण है।
जानकारी
कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे आरपीएन सिंह
अश्विनी कुमार से पहले जनवरी में आरपीएन सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया था।
कांग्रेस के युवा नेताओं की टीम में शामिल और झारखंड कांग्रेस के प्रभारी रहे सिंह भाजपा में शामिल हुए थे।
इस्तीफा देते वक्त सिंह ने कहा था कि वो 32 सालों तक पूरी ईमानदारी, लगन और मेहनत से एक पार्टी में रहे, लेकिन जिस पार्टी में इतने सालों तक रहे, वह पार्टी अब वैसी नहीं रही है।
रोचक जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
हालिया सालों में कांग्रेस छोड़ने वाले तीन नेता भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री हैं।
2015 में कांग्रेस से नाराजगी के बाद भाजपा में शामिल होने वाली हेमंत बिस्वा सरमा असम के मौजूदा मुख्यमंत्री हैं।
इसी तरह 2016 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले एन बिरेन सिंह इस साल लगातार दूसरी बार मणिपुर के मुख्यमंत्री बने।
वहीं त्रिपुरा के नए मुख्यमंत्री बने मणिक साहा भी कांग्रेस में शामिल थे और उन्होंने 2016 में पार्टी छोड़ी थी।