INDIA गठबंधन की बैठक खत्म, खड़गे ने किया 295 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा
लोकसभा चुनाव के 7वें और आखिरी चरण के मतदान के बीच विपक्षी गठबंधन INDIA की दिल्ली में बैठक हुई। इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "एग्जिट पोल पर भाजपा वाले चर्चा करेंंगे और नरेटिव देने की कोशिश करेंगे। हम एग्जिट पोल की सच्चाई लोगों को बताना चाहते हैं। हम 295 से ज्यादा सीटें जीत रहे हैं, इससे कम गठबंधन की सीटें नहीं आएंगीं।" बता दें की इस बैठक में विभिन्न दलों के कई बड़े नेताओं ने हिस्सा लिया।
क्या बोले खड़गे?
खड़गे ने कहा, "सरकार अलग-अलग तरह से एग्जिट पोल कराती है। हमनें भी जनता के बीच जाकर सर्वे कराया है। हमनें इसके लिए चुनाव आयोग से भी समय मांगा है। हम चुनाव आयोग के समक्ष हमारी आपत्तियां दर्ज कराने जाएंगे।" उन्होंने कहा, "टीवी वालों का सर्वे सरकारी सर्वे है। हमारा सर्वे, जनता का सर्वे है। बैठक में मतगणना की तैयारियों पर भी चर्चा हुई है। मतगणना वाले दिन कार्यकर्ताओं को क्या करना है इसको लेकर रणनीति तैयार की गई है।"
एग्जिट पोल की बहस पर गठबंधन ने पलटा फैसला
बैठक में ये भी फैसला लिया गया कि टीवी पर एग्जिट पोल की बहस में सभी INDIA गठबंधन की पार्टियां हिस्सा लेंगी। पहले गठबंधन ने इन चर्चाओं में शामिल होने से इनकार किया था। कांग्रेस के नेता पवन खेड़ा ने कहा, 'एग्जिट पोल्स की बहस में भाग लेने के पक्ष और विरोध के तमाम पहलुओं पर चर्चा के पश्चात सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया है कि गठबंधन के तमाम सदस्य दल एग्जिट पोल्स की बहस में हिस्सा लेंगे।'
कौन-कौन हुआ शामिल?
बैठक में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, समाजवादी पार्टी (SP) प्रमुख अखिलेश यादव, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार, आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, संजय सिंह और राघव चड्ढा शामिल हुए। इसी तरह राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से तेजस्वी यादव और संजय यादव, झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, नेशनल कॉन्फ्रेंस से फारूख अब्दुल्ला, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी CPI(M) से सीताराम येचुरी, शिवसेना (उद्धव गुट) से अनिल देसाई आदि नेता भी शामिल हुए।
उद्धव ठाकरे और ममता नहीं हुई शामिल
बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल नहीं हुईं। रेमल तूफान और पश्चिम बंगाल में आज मतदान के चलते उन्होंने बैठक से दूरी बनाई रखी। ममता ने इसकी जानकारी पहले ही दे दी थी। उद्धव ठाकरे भी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के चलते शामिल नहीं हो सके। हालांकि, उन्होंने अपनी प्रतिनिधि को बैठक में शामिल होने भेजा। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन भी ऐन वक्त पर शामिल नहीं हो सके।