आंध्र प्रदेश: चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी से गरमाई सियासत, राज्य की राजनीति पर क्या असर पड़ेगा?
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को 23 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। नायडू को आंध्र प्रदेश राज्य कौशल विकास निगम (APSSDC) में हुए करोड़ों रुपये के कथित घोटाले के मामले में शनिवार को गिरफ्तार किया गया था। सबसे अधिक समय तक आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे नायडू की गिरफ्तारी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले हुई है, जिसके बाद राज्य की सियासत गरमा गई है।
क्या है पूरा मामला?
CID ने मार्च में तत्कालीन नायडू सरकार के दौरान स्थापित किए गए APSSDC में हुए 300 करोड़ रुपये के कथित घोटाले की जांच शुरू की थी। आरोप है कि निविदा प्रक्रिया मानकों का पालन किए बिना शुरू की गई थी और इसके लिए कैबिनेट की मंजूरी भी नहीं ली गई थी। CID ने कहा है कि परियोजना के लिए आवंटित रुपयों को कथित तौर पर कम से कम 5 शेल कंपनियों को ट्रांसफर कर दिया गया था।
मामले में TDP के कई वरिष्ठ नेता भी हैं आरोपी
आंध्र प्रदेश पुलिस के आपराधिक जांच विभाग (CID) ने नायडू के अलावा तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के कई वरिष्ठ नेताओं को भी मामले में आरोपी बनाया है। CID ने कहा है कि नायडू के बेटे और पार्टी के महासचिव नारा लोकेश की भूमिका की भी जांच की जा रही है। गौरतलब है कि APSSDC की स्थापना 2014 में TDP की सरकार बनने के कुछ महीने बाद की गई थी।
नायडू के बेटे ने तेलुगु लोगों से मांगा समर्थन
नायडू के बेटे लोकेश ने कहा है कि उनके पिता को उस अपराध के लिए जेल भेजा गया है जो उन्होंने कभी किया ही नहीं है। उन्होंने नायडू के लिए आंध्र प्रदेश समेत दुनियाभर के तेलुगु लोगों से समर्थन मांगा है। लोकेश ने कहा, "क्या राजनीतिक प्रतिशोध की गहराई की कोई सीमा नहीं है? मेरे पिता, जिन्होंने अपने देश, राज्य और तेलुगु लोगों के लिए बहुत कुछ किया है, के साथ अन्याय क्यों किया जा रहा है?"
बदले की राजनीति कर रहे हैं रेड्डी- पवन कल्याण
आंध्र प्रदेश में भाजपा की सहयोगी जनसेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण ने मुख्यमंत्री रेड्डी पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रेड्डी अपने राजनीतिक विरोधियों को अपराधियों के रूप में बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं और उन्हें जेल भेज रहे हैं। कल्याण ने कहा कि यदि कानून ने अपना काम सही से किया होता तो रेड्डी खुद कभी मुख्यमंत्री नहीं बन पाते।
मुख्यमंत्री जगन रेड्डी ने क्या कहा?
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने अपनी पार्टी YSR कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं से नायडू के खिलाफ हुई कार्रवाई को लेकर किसी प्रकार का जश्न नहीं मनाने के लिए कहा है। नायडू को गिरफ्तार किए जाने के समय मुख्यमंत्री रेड्डी लंदन में थे। बता दें कि रेड्डी और उनकी पार्टी लगातार नायडू पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाती आई है, लेकिन यह पहला मौका है जब उन्हें जेल भेजा गया है।
आंध्र प्रदेश की राजनीति पर क्या असर पड़ेगा?
चंद्रबाबू की गिरफ्तारी के समय और तरीके पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। आंध्र प्रदेश में कुछ ही महीनों बाद विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसमें नायडू की TDP और YSR कांग्रेस पार्टी एक-दूसरे की मुख्य प्रतिद्वंदी हैं। नायडू की गिरफ्तारी का सीधा असर लोकसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) और विपक्षी INDIA के आंध्र प्रदेश में स्थानीय पार्टियों के साथ गठबंधन पर भी पड़ सकता है और नायडू INDIA की तरफ जा सकते हैं।
चंद्रबाबू की गिरफ्तारी के क्या राजनीतिक मायने?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि नायडू की गिरफ्तारी बदले की राजनीति से जुड़ी है। अगर आंध्र प्रदेश के राजनीतिक इतिहास पर नजर डालें तो पता चलता है कि सत्तारूढ़ पार्टी अपने विपक्षियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को हथियार बनाती रही हैं। नायडू के कार्यकाल के दौरान विपक्षी नेताओं के खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए थे। इससे पहले जगन रेड्डी भी भ्रष्टाचार के आरोपों में कई महीनों तक जेल में रहे थे।
न्यूजबाइट्स प्लस
आंध्र प्रदेश में अगले साल लोकसभा चुनाव के साथ-साथ विधानसभा चुनाव होने हैं। आंध्र प्रदेश में पिछली बार 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में YSR कांग्रेस पार्टी ने कुल 175 सीटों में से 151 सीटों पर जीत दर्ज करते हुए सत्ता हासिल की थी, जबकि TDP महज 23 सीटों पर सिमट गई थी। तीन बार आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके नायडू 2019 के विधानसभा चुनावों में हार के बाद नेता प्रतिपक्ष के रूप में जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।