राहुल गांधी के कैम्ब्रिज भाषण पर संसद में हंगामा, माफी की मांग पर अड़ी भाजपा
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में दिए गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भाषण को लेकर संसद के दोनों सदनों में मंगलवार को भी जमकर हंगामा हुआ। जहां एक तरफ भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री लगातार राहुल की माफी की मांग कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस ने कहा है कि सरकार राहुल के जरिए अडाणी मामले से ध्यान भटकाना चाहती है। अन्य विपक्षी पार्टियां अडाणी मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (JPC) बनाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही हैं।
हंगामे के कारण स्थगित हुईं लोकसभा और राज्यसभा
सरकार और विपक्ष के सांसदों के लगातार हंगामे के कारण लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही को बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। राज्यसभा की कार्यवाही भी बुधवार सुबह तक स्थगित की गई है।
राहुल ने अपने भाषण में क्या कहा था?
राहुल ने हाल ही में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में अपने भाषण में भारत में लोकतंत्र की स्थिति पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा था कि मोदी सरकार भारत की बनावट को बर्बाद कर रही है। उन्होंने कहा था, "भारत में लोकतंत्र खतरे में है। हम लोग लगातार दबाव महसूस कर रहे हैं। विपक्षी नेताओं पर झूठे केस दर्ज किए रहे हैं।" राहुल ने केंद्र सरकार पर मीडिया और न्यायपालिका को नियंत्रित करने का आरोप भी लगाया था।
संसद में माफी मांगें राहुल गांधी- पीयूष गोयल
राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, "सदन में हर सदस्य को अपनी बात रखने का अधिकार है। भारत में आपातकाल लगाने वाले परिवार और लोकतंत्र का गला घोंटने वाले परिवार से आने वाले व्यक्ति को इस तरह की टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है। राहुल गांधी को संसद में आकर देश से माफी मांगनी चाहिए।" बता दें कि गोयल ने सोमवार को भी राहुल पर जमकर निशाना साधा था।
राहुल की उपस्थिति अन्य सांसदों की औसत उपस्थिति से भी कम- अनुराग ठाकुर
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "राहुल कहते हैं कि उन्हें संसद में बोलने नहीं दिया जाता है, लेकिन लोकसभा में उनकी उपस्थिति अन्य सांसदों की औसत उपस्थिति से भी कम है।" ठाकुर ने आगे कहा, "राहुल गांधी ने विदेश में देश और देश के लोगों का अपमान किया है। उन्हें वापस लौटकर संसद में आना चाहिए और देश से माफी मांगनी चाहिए।"
RSS ने भी राहुल पर साधा निशाना
राहुल को माफी मांगने की कोई जरूरत नहीं- शशि थरूर
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने राहुल गांधी का बचाव किया है। उन्होंने कहा, "राहुल ने ऐसा कुछ भी नहीं कहा है, जिसके लिए माफी की जरूरत हो। उन्होंने हमारे लोकतंत्र की स्थिति और सत्तारूढ़ सरकार द्वारा उस पर किए जा रहे हमलों के बारे में चिंता व्यक्त की थी।" उन्होंने आगे कहा कि विदेश में इस तरह की चर्चा की शुरुआत कांग्रेस ने नहीं, बल्कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरू की थी।
वेणुगोपल बोले- प्रधानमंत्री मोदी भी कई बार कर चुके हैं देश का अपमान
कांग्रेस महासचिव और राज्यसभा सांसद केसी वेणुगोपाल ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'सच बोलने पर राहुल गांधी पर हमला करने की जगह प्रधानमंत्री मोदी को जवाब देना चाहिए कि उन्होंने अपनी विदेश यात्राओं के दौरान भारत विरोधी बयान क्यों दिए थे। उनके शब्दों ने भारतीयों की 4 पीढ़ियों की कड़ी मेहनत का अपमान किया, जिन्होंने देश को 21वीं सदी के वैश्विक दिग्गज में बदल दिया।' कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा कि इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी को माफी मांगनी चाहिए।
JPC नहीं बनने के कारण हो रहा संसद में गतिरोध- कांग्रेस
कांग्रेस के संचार प्रभारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट किया, 'मोदी सरकार संयुक्त विपक्ष को प्रधानमंत्री से जुड़े अडाणी महाघोटाले के लिए JPC गठित करने की मांग रखने तक की इजाजत नहीं दे रही है, जिसका परिणाम है कि संसद में लगातार गतिरोध बना हुआ है। यही एकमात्र मुद्दा है। बाकी जो हो रहा है, वो प्रधानमंत्री और उनके सहयोगियों द्वारा ध्यान भटकाने के लिए किया जा रहा है।'