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कैसी होगी बिहार की नई सरकार? भाजपा के मंत्री कम होंगे, चिराग का दबदबा बढ़ना तय
बिहार में सरकार गठन की कवायद तेज हो गई है

कैसी होगी बिहार की नई सरकार? भाजपा के मंत्री कम होंगे, चिराग का दबदबा बढ़ना तय

लेखन आबिद खान
Nov 15, 2025
12:56 pm

क्या है खबर?

बिहार के विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को भारी बहुमत मिला है। उसने दोहरा शतक लगाते हुए राज्य की 243 विधानसभा सीटों में से 202 पर कब्जा कर लिया है। इसी के साथ अब सरकार गठन को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। इस बार बिहार मंत्रिमंडल में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। भाजपा के मंत्री कम हो सकते हैं, तो चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (LJP रामविलास) का कद बढ़ना तय है।

फॉर्मूला

क्या होगा मंत्रिमंडल का फॉर्मूला?

पिछले यानी 2020 के चुनाव में NDA को 126 सीटों पर जीत मिली थी। तब 3.5 विधायकों पर एक मंत्री पद का फॉर्मूला तय किया गया था। इसके हिसाब से सरकार में जनता दल यूनाइटेड (JDU) के 13 और भाजपा के 22 मंत्री थे। इस बार NDA को 202 सीटें मिली हैं। इस हिसाब से 6 विधायक पर एक मंत्री का फॉर्मूला तय हो सकता है। विधायकों की संख्या के लिहाज से अधिकतम 36 मंत्री बनाए जा सकते हैं।

पद

किसे मिलेंगे कितने मंत्री पद? 

अगर 6 विधायकों पर एक मंत्री बनाया गया, तो नई सरकार में JDU के 15, भाजपा के 16 और LJP रामविलास के 3 मंत्री हो सकते हैं। उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) ने 6 सीटों पर चुनाव लड़कर 4 जीती हैं। इसी तरह जीतनराम मांझी की हिंदुस्तान अवाम मोर्चा (HAM) ने 5 सीटें जीती हैं। यानी इन दोनों को भी एक-एक मंत्री पद मिलना लगभग तय है।

भाजपा

भाजपा के मंत्री होंगे कम, चिराग को फायदा

पिछली बार भाजपा के पास सबसे ज्यादा 26 विभाग थे। इनमें वित्त, पथ निर्माण, राजस्व, शहरी विकास, उद्योग, स्वास्थ्य, खनन, कृषि, कानून जैसे बड़े विभाग शामिल थे। नई सरकार में भाजपा के हिस्से में कम विभाग आ सकते हैं। पार्टी के कोटे के कुछ विभाग चिराग पासवान को दिए जाना तय हैं। चिराग की पार्टी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 19 सीटें जीती हैं और 30 से ज्यादा सीटों पर NDA का फायदा कराया है।

मंत्री

कई मंत्रियों की कुर्सी जाना तय

भाजपा के पास 6 विधायक फार्मूले के तहत 16 मंत्री पद आ सकते हैं। ऐसे में कई मंत्रियों की कुर्सी जाना तय है। वहीं, चकाई सीट से JDU के मंत्री सुमित कुमार चुनाव हार गए हैं। JDU के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, पूर्व मंत्री श्याम रजक, पूर्व मंत्री अश्वमेघ देवी और पूर्व सांसद बुलो मंडल चुनाव जीते हैं और मंत्री पद के प्रबल दावेदार हैं। मांझी के बेटे संतोष सुमन का मंत्री बनना तय है।

उपमुख्यमंत्री

उपमुख्यमंत्री को लेकर क्या है स्थिति?

पिछली सरकार में विजय कुमार सिन्हा और सम्राट चौधरी उपमुख्यमंत्री थे। आमतौर पर जब-जब नीतीश की स्थिति मजबूत रही है, उन्होंने एक ही उपमुख्यमंत्री रखा है। पिछली बार नीतीश की स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी, जिसके चलते भाजपा ने 2 उपमुख्यमंत्री बनवा दिए थे। माना जा रहा है कि इस बार भी नीतीश अपने साथ एक उपमुख्यमंत्री रख सकते हैं। चिराग पासवान भी इस पद के लिए दावेदारी कर सकते हैं।