
बिहार चुनाव: 'ऑपरेशन सिंदूर', जातिगत जनगणना और आधी आबादी के सहारे NDA कैसे कर रहा तैयारी?
क्या है खबर?
बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके लिए भाजपा और जनता दल यूनाइटेड (JDU) की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और विपक्षी महागठबंधन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। NDA जातिगत जनगणना, 'ऑपरेशन सिंदूर' और डबल इंजन सरकार की उपलब्धियों पर फोकस कर रही है। JDU और भाजपा डबल इंजन सरकारों की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने के लिए संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं।
ऑपरेशन सिंदूर
'ऑपरेशन सिंदूर' से हो सकता है सियासी फायदा
बिहार पहला राज्य हैं, जहां 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद चुनाव हो रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार की रैलियों में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठा रहे हैं। केंद्र सरकार ने JDU के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा को 'ऑपरेशन सिंदूर' के लिए वैश्विक समर्थन जुटाने के लिए विदेशी भेजे गए प्रतिनिधिमंडल में जगह दी थी। भाजपा को हिंदी पट्टी के इस राज्य में 'ऑपरेशन सिंदूर' का फायदा मिलने की उम्मीद है।
जनगणना
NDA को जातिगत जनगणना से भी फायदे की आस
बिहार में जातिगत समीकरण हावी रहे हैं और NDA को जातिगत जनगणना के ऐलान से फायदे की उम्मीद है। इंडियन एक्सप्रेस से एक भाजपा नेता ने कहा, "हमारे पास लगभग 16 प्रमुख यादव चेहरे हैं। जब राष्ट्रीय जनता दल (RJD) यादवों की बात करता है, तो इसका मतलब एक परिवार होता है। NDA के तहत ही सभी जातियों और पृष्ठभूमि के नेता उभर सकते हैं। हमारे अभियान में सोशल इंजीनियरिंग का मार्गदर्शन होगा। जाति जनगणना का मुद्दा प्रमुख भूमिका निभाएगा।"
महिलाएं
'आधी आबादी' को साधने के लिए ये है तैयारी
हालिया चुनावों में NDA की जीत में महिलाओं की भूमिका अहम रही है। एक भाजपा नेता ने कहा, "राज्य में जब कोई लड़की पैदा होती है तो उसके बैंक खाते में पैसे भेजे जाते हैं। जब वह कक्षा 9 में होती है तो उसे साइकिल दी जाती है। जब वह कक्षा 10, 12 या स्नातक में होती है तो उसके खाते में पैसे भेजे जाते हैं।" बजट में भी बिहार के लिए मखाना बोर्ड समेत कई घोषणाएं की गई हैं।
बयान
पार्टी के पक्ष में ज्यादातर चीजें, लेकिन फिर भी सतर्क- सूत्र
न्यूज18 से एक सूत्र ने कहा, "बिहार में NDA के पक्ष में बहुत कुछ है। हमें उम्मीद है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में हम जीत हासिल कर लेंगे, लेकिन पार्टी सतर्क है और अति आत्मविश्वास से बच रही है, क्योंकि उसे पता है कि बिहार एक जातिगत लड़ाई है और RJD अपने यादव-मुस्लिम आधार से परे जातिगत समूहों को भी अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रही है। निश्चित रूप से कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है।"
नतीजे
क्या रहे थे पिछले चुनाव के नतीजे?
पिछले विधानसभा चुनावों में NDA ने 125 सीटें जीती थीं और नीतीश मुख्यमंत्री बने थे। NDA में शामिल JDU ने 43, भाजपा ने 74, विकासशील इंसान पार्टी (VIP) और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने 4-4 सीट जीती थी। वहीं, महागठबंधन में RJD ने 75, कांग्रेस ने 19 और लेफ्ट ने 16 सीटें जीती थीं। पिछले चुनाव में चिराग पासवान की पार्टी ने स्वतंत्र चुनाव लड़ा था, लेकिन इस बार वे NDA के साथ हैं।